स्वर्णिम भारत न्यूज़ संवाददाता, जयपुर। देश भर में चर्चित राजस्थान के सतीकांड में 37 वर्षों बाद प्रथा को महिमामंडित करने के आठ और आरोपितों को कोर्ट ने बरी कर दिया। इस मामले में 45 लोग आरोपित थे। 11 लोग पहले ही बरी हो चुके हैं। अन्य 27 आरोपितों पर अभी सुनवाई होनी है।
सीकर जिले के दिवराला गांव में चार सितंबर 1987 को 18 वर्ष की रूपकंवर लोगों की भीड़ के बीच पति माल सिंह शेखावत की चिता पर जलकर सती हो गई थीं। उनकी तेरहवीं पर चुनरी महोत्सव आयोजित किया गया था। इसमें लाखों की संख्या में लोग शामिल हुए थे। इस दौरान लोगों ने उन्हें सती माता का दर्जा दिया और मंदिर का निर्माण करवाया।
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