सरपंच का कमाल! चंडीगढ़ से कम नहीं पंजाब का यह गांव, सुविधाएं और खूबसूरती देखने देश-विदेश से आते हैं एक्सपर्ट

जगदीश कुमार, जालंधर। फिल्लौर हलके के गांव रुड़का कलां में प्रवेश करते ही चंडीगढ़ जैसा अनुभव होने लगता है। स्वच्छता, पक्की गलियां और योजनाबद्ध तरीके से बनाई गई सीवरेज प्रणाली गांव में छोटे से शहर की झलक पेश करती है। चार तालाब और इसके आसपास सैरगाह

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जगदीश कुमार, जालंधर। फिल्लौर हलके के गांव रुड़का कलां में प्रवेश करते ही चंडीगढ़ जैसा अनुभव होने लगता है। स्वच्छता, पक्की गलियां और योजनाबद्ध तरीके से बनाई गई सीवरेज प्रणाली गांव में छोटे से शहर की झलक पेश करती है। चार तालाब और इसके आसपास सैरगाह व पार्क के कारण यह गांव बेदह खूबसूरत नजर आता है। गांव में 11 चौपाल भी स्थापित की गई हैं।

पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए रुड़का कलां को मॉडल गांव का रूप दिया गया है। लगभग दस हजार की आबादी वाले गांव में यह सब संभव हुआ है सरपंच कुलविंदर कौर की बदौलत।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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