केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में पारा गिर रहा है, सर्दी बढ़ रही है लेकिन सियासी तापमान बढ़ रहा है. फरवरी तक विधानसभा के चुनाव होने हैं और सियासी दलों के साथ ही अब चुनाव आयोग के स्तर पर भी सरगर्मियां बढ़ती नजर आ रही हैं. दिल्ली चुनाव को लेकर चर्चा के लिए चुनाव आयोग ने दो दिवसीय बैठक बुलाई है जिसकी 18 दिसंबर को शुरुआत हो गई. दिल्ली चुनाव को लेकर आयोग की पहली मीटिंग एनडीएमसी के कन्वेंशन सेंटर में शुरू हो गई है. इस मीटिंग में कस्टम, इनकम टैक्स, एक्साइज विभाग के अधिकारी मौजूद हैं.
चुनाव आयोग की दूसरी बैठक 2 बजे से होनी है जिसमें दिल्ली के सभी जिलाधिकारी, दिल्ली पुलिस के डीसीपी और अन्य अधिकारी शामिल होंगे. चुनाव आयोग ने दिल्ली चुनाव की तैयारियों पर चर्चा के लिए राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया है. राजनीतिक दलों के नुमाइंदे भी चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक में हिस्सा लेंगे.
बुधवार को पहले दिन नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के सम्मेलन भवन में राजनीतिक दलों के नुमाइंदों के साथ चुनाव आयोग के अधिकारी बातचीत करेंगे. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से चर्चा के बाद सभी जिला निर्वाचन अधिकारी यानी डीएम और पुलिस अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था से जुड़ी एजेंसियों मसलन राजस्व, उत्पाद शुल्क, आयकर, सुरक्षा और विजिलेंस आदि के अधिकारियों के साथ बैठकों का दौर चलेगा.
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चुनाव आयोग की बैठकें दूसरे दिन यानी गुरुवार को निर्वाचन आयोग के मुख्यालय निर्वाचन सदन में होंगी. निर्वाचन आयोग की दूसरे दिन की बैठक में दिल्ली के मुख्य सचिव, पुलिस कमिश्नर सहित अन्य केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के शीर्षस्थ अधिकारी शामिल होंगे. इस बैठक में दिल्ली विधान सभा के स्वतंत्र, निष्पक्ष और सर्व समावेशी चुनाव कराने के लिए जरूरी तैयारियों और मतदाता सूची के विशेष प्रकाशन पर निर्णायक चर्चा होगी. गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल फरवरी के दूसरे हफ्ते में पूरा हो रहा है.
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बता दें कि चुनाव आयोग ने जिस तरह से हाल के दिनों में महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों के चुनाव कराए हैं, उसे देखते हुए यह कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव फरवरी के पहले हफ्ते तक हो सकते हैं. 10 फरवरी तक नई विधान सभा का गठन हो सकता है. इसके लिए पांच जनवरी तक मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण पूरा कर लिए जाने की उम्मीद चुनाव अधिकारियों की ओर से जताई गई है. पुनरीक्षण का कार्य पूरा होने के बाद मतदाता सूची का प्रकाशन होगा.
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