अब दिल्ली की बारी है. अगले साल राष्ट्रीय राजधानी में विधानसभा चुनाव हैं और यहां 11 साल से कांग्रेस सूखा झेल रही है. पार्टी अब सत्ता में वापसी चाहती है और इसलिए पूरी रणनीति के साथ मैदान में उतरने जा रही है. कांग्रेस ने अपने संगठन में बड़ा बदलाव किया है और अब दीपक बाबरिया की जगह काजी मुहम्मद निजामुद्दीन को दिल्ली का प्रभारी नियुक्त कियाहै. जबकि इमरान मसूद को स्क्रीनिंग कमेटी में रखा गया है.
इमरान मसूद तेजतर्रार नेता माने जाते हैं और यूपी के सहारनपुर से लोकसभा सांसद हैं. सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में कांग्रेस इस बार जिन सीटों पर जीत की ज्यादा उम्मीदें है, उनमें कुछ अल्पसंख्यक बहुल इलाकों की सीटें भी शामिल हैं. यही वजह है कि पार्टी ने प्रदेश की टीम में बड़ा बदलाव कर एक संदेश देने की कोशिश की है.
पहली बार बसपा से चुनाव जीते थे काजी
काजी मोहम्मद निजामुद्दीन उत्तराखंड कांग्रेस के नेता हैं और मंगलौर सीट से विधायक हैं. उन्होंने इसी साल जुलाई में उपचुनाव में 449 वोटों से जीत हासिल की है. इससे पहले वे 2007 और 2017 में भी मंगलौर सीट से कांग्रेस विधायक रहे हैं. हालांकि, 2022 के चुनाव में काजी 598 वोटों से चुनाव हार गए थे. उन्हें बसपा उम्मीदवार सरवत करीम अंसारी ने चुनाव हराया था. अक्टूबर 2023 में अंसारी का निधन हो गया था, जिसके बाद जुलाई 2024 में आयोजित उपचुनाव में काजी ने जीत हासिल की. इससे पहले काजी 2012 में भी विधानसभा चुनाव हार गए थे. 2002 में इसी सीट से वे बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे.
देवेंद्र यादव के नजदीकी हैं काजी
काजी मोहम्मद संगठन में कई बड़ी जिम्मेदारियों को संभाल चुके हैं. वे कई राज्यों में कांग्रेस के प्रभारी और सह प्रभारी के रूप में काम कर चुके हैं. उन्हें कश्मीर में मीडिया कोऑर्डिनेटर भी बनाया गया था. इसके अलावा वे राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी भी रहे हैं. काजी को दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव का नजदीकी भी माना जाता हैं. दोनों नेता, राजस्थान में साथ काम कर चुके हैं. 2022 के चुनाव में देवेंद्र यादव खुद उत्तराखंड के प्रभारी रहे हैं.
दिल्ली में 11 साल से सत्ता से दूर है कांग्रेस
दिल्ली में कांग्रेस ने 2008 में आखिरी चुनाव जीता था. कांग्रेस नेता शीला दीक्षित लंबे समय तक सीएम रहीं. उसके बाद 2013 में बीजेपी ने सबसे ज्यादा सीटें जीतीं. लेकिन कांग्रेस ने दूसरे पर आई आम आदमी पार्टी को समर्थन देकर अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनवा दिया. उसके बाद 2015 और 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बंपर जीत हासिल की और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई.
अब एक बार फिर विधानसभा चुनाव करीब आ गए हैं. AAP फिर जीत के लिए जोर लगा रही है. विपक्ष में बैठी बीजेपी और कांग्रेस ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. पार्टी नेकाजी मोहम्मद निजामुद्दीन को AICC का दिल्ली इंचार्ज बनाया है. जबकि दीपक बाबरिया को दिल्ली का महासचिव प्रभारी नियुक्त किया है. यानी दिल्ली चुनाव की तैयारियों कीजिम्मेदारी अब काजी के हाथ होगी. वे ही संगठन से जुड़े बड़े फैसलेलेंगे.
स्क्रीनिंग कमेटी में कौन-कौन
कांग्रेस ने आगामी चुनावों के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की भी घोषणा की है. मीनाक्षी नटराजन स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष होंगी. जबकि इमरान मसूद और प्रदीप नरवाल सदस्य होंगे.
क्या बोले काजी...
काजी ने अपनी नियुक्ति पर कहा, AICC ने मुझे दिल्ली कांग्रेस का प्रभारी नियुक्त किया है. मैं सोनिया गांधी जी, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी, राहुल गांधी जी, प्रियंका गांधी वाड्रा जी और केसी वेणुगोपाल जी का आभार व्यक्त करता हूं. मैं पार्टी द्वारा दी गई इस जिम्मेदारी को अपनी उच्चतम क्षमता अनुसार शत-प्रतिशत निभाने का प्रयास करूंगा.
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