UPPCL- उपभोक्‍ताओं को महंगी ब‍िजली देने के बावजूद क्‍यों बढ़ता जा रहा ब‍िजली व‍िभाग का घाटा, र‍िपोर्ट आई सामने

अजय जायसवाल, ब्यूरो। सस्ते में बिजली खरीदकर कहीं ज्यादा दरों पर उपभोक्ताओं को बिजली देने पर भी बिजली कंपनियों का घाटा साल-दर-साल यूं ही नहीं बढ़ता जा रहा है। कुछ अभियंताओं-कर्मचारियों की मिलीभगत से बिजली की चोरी तो बड़े पैमाने पर हो ही रही है, आपूर्त

4 1 5
Read Time5 Minute, 17 Second

अजय जायसवाल, ब्यूरो। सस्ते में बिजली खरीदकर कहीं ज्यादा दरों पर उपभोक्ताओं को बिजली देने पर भी बिजली कंपनियों का घाटा साल-दर-साल यूं ही नहीं बढ़ता जा रहा है। कुछ अभियंताओं-कर्मचारियों की मिलीभगत से बिजली की चोरी तो बड़े पैमाने पर हो ही रही है, आपूर्ति की जा रही बिजली के बिल की वसूली में भी लापरवाही बरती जा रही है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेशवासियों को बिजली आपूर्ति पर हो रहे कुल खर्चे का एक-तिहाई से ज्यादा कारपोरेशन को नहीं मिल पा रहा है।

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

IIT Delhi Vacancy: आईआईटी दिल्ली ने लैंग्वेज इंस्ट्रक्टर पद पर मांगे आवेदन, ₹75000 सैलरी

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now