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ढाका: बांग्लादेश में इस्कॉन के हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बयान देते हुए रिहाई की मांग की है। शेख हसीना ने कहा कि चिन्मय कृष्ण दास को 'अन्यायपूर्ण तरीके से गिरफ्तार' किया गया और उन्हें 'तुरंत रिहा' किया जाना चाहिए। शेख हसीना ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों की रक्षा करने की मांग की है। इसी साल जुलाई में हुए हिंसक आंदोलन के बाद 5 अगस्त को शेख हसीना को जबरन पद से हटने के लिए मजबूर कर दिया गया था।भारत में रह रहीं हैं शेख हसीना
शेख हसीना को पद छोड़ने के बाद देश से भी भागना पड़ा था। 5 अगस्त को वह भारत की राजधानी दिल्ली के पास गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पर उतरी थीं। शेख हसीना उसके बाद से ही दिल्ली में किसी अज्ञात स्थान पर रह रही हैं। बांग्लादेश की सत्ता से शेख हसीना के हटने के बाद से ही हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यकों पर हमले शुरू हो गए थे, जो अभी तक जारी हैं।
शेख हसीना ने क्या कहा?
अवामी लीग ने शेख हसीना के बयान को एक्स पर पोस्ट किया है। इसमें कहा गया कि 'सनातन धर्म समुदाय के एक शीर्ष नेता को अन्यायपूर्ण तरीके से गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। चटगांव में मंदिरों को जला दिया गया है। अतीत में अहमदिया समुदाय के मस्जिदों, धार्मिक स्थलों, चर्चों, मठों और घरों पर हमला किया गया, तोड़फोड़ की गई, लूटपाट की गई और आग लगा दी गई। सभी समुदायों के लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता और जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'असंख्य अवामी लीग नेताओं, कार्यकर्ताओं, छात्रों, आम जनता और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सदस्यों की हत्या के बाद, हमलों, मामलों और गिरफ्तारियों के माध्यम से उत्पीड़न जारी है। मैं इन अराजकतावादी कार्रवाइयों की कड़ी निंदा और विरोध करती हूं।'
भारत में रह रहीं हैं शेख हसीना
शेख हसीना को पद छोड़ने के बाद देश से भी भागना पड़ा था। 5 अगस्त को वह भारत की राजधानी दिल्ली के पास गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पर उतरी थीं। शेख हसीना उसके बाद से ही दिल्ली में किसी अज्ञात स्थान पर रह रही हैं। बांग्लादेश की सत्ता से शेख हसीना के हटने के बाद से ही हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यकों पर हमले शुरू हो गए थे, जो अभी तक जारी हैं।शेख हसीना ने क्या कहा?
अवामी लीग ने शेख हसीना के बयान को एक्स पर पोस्ट किया है। इसमें कहा गया कि 'सनातन धर्म समुदाय के एक शीर्ष नेता को अन्यायपूर्ण तरीके से गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। चटगांव में मंदिरों को जला दिया गया है। अतीत में अहमदिया समुदाय के मस्जिदों, धार्मिक स्थलों, चर्चों, मठों और घरों पर हमला किया गया, तोड़फोड़ की गई, लूटपाट की गई और आग लगा दी गई। सभी समुदायों के लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता और जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।'उन्होंने आगे कहा, 'असंख्य अवामी लीग नेताओं, कार्यकर्ताओं, छात्रों, आम जनता और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सदस्यों की हत्या के बाद, हमलों, मामलों और गिरफ्तारियों के माध्यम से उत्पीड़न जारी है। मैं इन अराजकतावादी कार्रवाइयों की कड़ी निंदा और विरोध करती हूं।'
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