हाथ में ढफली, जुबां पर जै जै भीम...महाराष्ट्र चुनाव में कन्हैया कुमार का JNU अवतार

Kanhaiya Kumar mumbra Speech: महाराष्ट्र चुनाव (Maharashtra Election) के बीच कांग्रेस ने युवा चेहरे कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) को उतार कर महाविकास अघाड़ी (Mahavikasaghadi) के पक्ष में माहौल बनाने के लिए नया दांव चला है. कन्हैया ने मुंब्रा (Mum

4 1 7
Read Time5 Minute, 17 Second

Kanhaiya Kumar mumbra Speech: महाराष्ट्र चुनाव (Maharashtra Election) के बीच कांग्रेस ने युवा चेहरे कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) को उतार कर महाविकास अघाड़ी (Mahavikasaghadi) के पक्ष में माहौल बनाने के लिए नया दांव चला है. कन्हैया ने मुंब्रा (Mumbra) की रैली के दौरान हाथों में डफली लेकर जमकर जै भीम, जै भीम (Jai Bheem) के नारे लगाते हुए ढपली बजाकर समा बांध दिया. कन्हैया कुमार NCP (SP) गुट के विधायक जितेंद्र अव्हाड (Jitendra Awhad) के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे थे. कन्हैया का भाषण सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है. कन्हैया का निजी सियासी स्कोर भले ही जीरो हो लेकिन महाअघाड़ी (MVA) को उनके भाषण और लुभावने अंदाज से एक मौका दिख रहा है.

जब कन्हैया ने बजाई ढपली दिखा JNU वाला अवतार-

हाथ में ढफली, जुबां पर जै जै जै जय भीम... महाराष्ट्र चुनाव में कन्हैया कुमार का 'JNU अवतार' pic.twitter.com/5ias8kXjhE

— Shwetank Ratnamber (@swwetanksr) November 18, 2024

'जय भीम' पर फोकस क्यों?

कांग्रेस का फोकस इस चुनाव में 'भीम-मीम' एकता पर दिख रहा है. कन्हैया की बातों की इसलिए जोर शोर से चर्चा हो रही है क्योंकि महाराष्ट्र का दलित आंदोलन देश के दूसरे राज्यों से ज्यादा सशक्त रहा है. महाराष्ट्र में अनुसूचित जाति की आबादी करीब 12 फीसदी है. जो महार और गैर महार जातियों के बीच बंटी हुई है. दलित समाज में करीब 60 अलग-अलग जातियां हैं. दलितों में महार जाति की आबादी करीब 50 फीसदी है. बाकी 50 फीसदी में कोरी खटीक, मातंग, भेड़, ढोर, डोम औलख और गोतराज जैसी जातियां हैं.

महाराष्ट्र में देशभर की तरह बाबा साहेब को मानने वाले बड़ी संख्या में हैं. करोड़ों लोग उनकी विचारधारा से जुड़ाव रखते हैं. महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 में से 5 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. वहीं विधानसभा की 288 में से 29 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. पुणे, नागपुर और थाणे जिले में अनुसूचित जाति की सबसे अधिक आबादी है. मुंबई की कई विधानसभा सीटों पर दलित वोटर प्रमुख भूमिका में हैं. विधानसभा की 29 आरक्षित सीटों के अलावा करीब 65 विधानसभा सीटें ऐसी हैं,जहां अनुसूचित जाति की आबादी 15 फीसदी से अधिक है. पिछले विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों में से सबसे अधिक सीटें बीजेपी ने जीती थीं. लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं था. ऐसे में महायुति दलित मतदाताओं को साधने के लिए जय भीम के नारे पर फोकस कर रही है.

देवेंद्र फडणवीस की पत्नी पर साधा था निशाना

आपको बताते चलें कि हाल ही में कन्हैया उस वक्त विवादों में आ गये थे जब उन्होंने डिप्टी सीएम पर पर्सनल अटैक किया था. कन्हैया ने फडणवीस के 'वोट जिहाद' और 'धर्म-युद्ध' वाले पुराने बयान की आलोचना करते हुए एक रैली में कहा - 'जो धर्म बचाने की बात कहे, उससे पूछिए कि ऐसा तो नहीं होगा न कि धर्म बचाने की जिम्मेदारी हमारी होगी और ऑक्सफोर्ड-कैम्ब्रिज में पढ़ने की जिम्मेदारी आपके बच्चों की. धर्म बचाना है तो सब मिलकर बचाएंगे. ऐसा तो नहीं होगा न कि हम धर्म बचाएंगे और डिप्टी सीएम की पत्नी रील्स बनाएंगीं.'

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Opinion: रैगिंग में मौत स्टूडेंट की होती है लेकिन अर्थी समाज की उठती है, बच्चों को क्या बना रहे हैं हम?

कोई हमसे बेहतर हो, तो उससे सीखना अपनी प्रगति की पूर्व शर्त होती है। लेकिन कोई हमसे हर क्षेत्र में बेहतर नहीं हो सकता, ये सत्य भी अकाट्य है। दूसरे शब्दों में कहें, तो जो हमसे किसी क्षेत्र में बेहतर है, पूरी गारंटी है कि वह कुछ क्षेत्र में बदतर भी

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now