Devendra Fadnavis slams MVA: महाराष्ट्र का चुनावी दंगल (Maharashtra Elections) अब महाविकासअघाडी (mva) और महायुति (mahayuti) के बीच जुबानी तकरार से निकलकर अब फतवा बना भगवा हो चुका है. बीजेपी, हिंदुत्व को हथियार बनाकर महाअघाड़ी को चुनाव में चित करना चाहती है. वहीं महाअघाड़ी (MVA) को भी मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण से गुरेज नहीं है. मुस्लिम वोटो के लिए वो मुस्लिम संगठनों से हर डील करने को तैयार हैं. अब इस चुनावी समर में पीएम मोदी ने भी अपने तरकश से तीर छोड़ दिए हैं.
मोदी Vs खरगे
मोदी की लाइन है कि महाअघाड़ी के नेता भगवा आतंकवाद का शब्द गढ़ते हैं. इसके जवाब में खरगे कहते हैं कि कुछ नेता साधु के भेष में घूमते हैं. अमित शाह जनता से पूछते हैं कि महाराष्ट्र अब शिवाजी महाराज के बताए रास्ते पर चलेगा या औरंगजेब के रास्ते पर चलेगा? योगी ने कहा, 'छत्रपति शिवाजी महाराज ने उस कालखंड में जब औरंगजेब जैसा बर्बर आक्रांता भारत में शासन कर रहा था. सनातन की रक्षा की. हिंदुओं को बचाया. तो देवेंद्र फडणवीस कहते हैं कि जब भी और जहां भी कांग्रेस का राज आया वहां औरंगबेज का महिमामंडन होने लगा. इसलिए महाराष्ट्र में सनातनी लोगों को सोच समझकर मतदान करना चाहिए. मानो सारा खेल अब हिंदू-मुस्लिम में शिफ्ट हो गया है.
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फडणवीस ने ये तक कह दिया कि एमवीए वाले तलवे चाट रहे हैं.
भगवा बनाम फतवा!
महाराष्ट्र की चुनावी लड़ाई अब 'बटेंगे और कटेंगे' से 2 कदम आगे जा चुकी है. अब इस चुनावी रण में संग्राम 'भगवा' बना 'फतवा' हो चुका है. बीजेपी, हिंदुत्व के नाम पर महाराष्ट्र की सत्ता के सपने देख रही है. बीजेपी की नजर जहां हिंदू वोटरों पर है. तो वहीं महाविकास अघाड़ी मुस्लिम संगठनों से मुस्लिम वोटों की डील कर रही है. MVA उनकी हर शर्ते मानने को मजबूर है. इस लड़ाई में उन्हें साधु वेश पर बयाबाजी से भी गुरेज नहीं है. इसी वजह से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सीधे सीधे साधु संतों के पवित्र भगवा और गेरुए वस्त्रों का हवाला देते हुए कह दिया कुछ नेता साधू भेष में घूम रहे हैं.
महाराष्ट्र की महाभारत में इस लड़ाई में शिवाजी, औरंगजेब, रजाकार को लेकर सियासी संग्राम भी जारी है. महाराष्ट्र के रण में महायुति बन महाअघाडी की ये लडाई मुद्दों से निकलकर हिंदू और मुसलमान वोटरों को लुभाने की है. यानि ये लडाई भगवा' बना 'फतवा' हो चुकी है.
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