मुश्किल से बची कुर्सी... दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मेयर चुनाव में जीत AAP के लिए क्यों खास?

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी ने अपने नाम का झंडा बुलंद किया है। 'आप' उम्मीदवार महेश कुमार खिची मेयर चुनाव में विजयी हुए हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी बीजेपी उम्मीदवार किशन लाल को महज तीन वोटों से हराने में सफल रहे

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नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी ने अपने नाम का झंडा बुलंद किया है। 'आप' उम्मीदवार महेश कुमार खिची मेयर चुनाव में विजयी हुए हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी बीजेपी उम्मीदवार किशन लाल को महज तीन वोटों से हराने में सफल रहे। भले ही आम आदमी पार्टी ने करीबी मुकाबले में ये जीत दर्ज की है लेकिन दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में ये नतीजे पार्टी के लिए बेहद खास हैं। मेयर चुनाव में जीत से जहां पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा, वहीं आम आदमी पार्टी नेतृत्व ने भी राहत की सांस ली है। इसका पता आप के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए पोस्ट से पता चलता है।


AAP ने एक्स पर किए पोस्ट में दिल्ली के नए मेयर महेश कुमार खिची की तस्वीरें शेयर कीं। पार्टी ने इस जीत को दिल्ली की जनता की जीत करार दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले, आम आदमी पार्टी ने फिर दी बीजेपी को पटखनी। आम आदमी पार्टी के महेश कुमार खिची MCD मेयर चुनाव में जीत हासिल कर दिल्ली के नए मेयर चुने गए हैं। ये जीत सिर्फ आम आदमी पार्टी की नहीं, बल्कि दिल्ली की जनता की जीत है।


आम आदमी पार्टी ने मेयर चुनाव में जीत को लेकर कहा कि 'ये दिल्लीवालों की जीत है। महेश कुमार खिची को दिल्ली का नया मेयर बनने पर ढेरों शुभकामनाएं। आम आदमी पार्टी आपके नेतृत्व में MCD में अपना शानदार काम जारी रखेगी।' वहीं नए मेयर चुने गए महेश खिची ने जीत दर्ज करने के बाद कहा कि मैं उन सभी पार्षदों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने मुझे जीत दिलाई है। इसके साथ ही मैं पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का तहे दिल से धन्यवाद करना चाहूंगा। हमारे शीर्ष नेतृत्व का भी मैं दिल से धन्यवाद करता हूं।


दिल्ली के नए मेयर महेश खिची ने आगे कहा कि एक छोटे से कार्यकर्ता को इतने बड़े पद पर पहुंचाने का काम सिर्फ आम आदम पार्टी ही कर सकती है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया बेहद सुचारू रही और विश्वास दिलाया कि सभी पार्षद पूरी मेहनत के साथ दिल्ली के विकास के लिए काम करेंगे। इस कार्यकाल में चाहे कम समय बचा है लेकिन हम सफाई व्यवस्था को दुरस्त करना जारी रखेंगे और दिल्ली की भलाई के लिए काम करेंगे। उन्होंने आगे ये भी कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव भी हम प्रचंड बहुमत से जीतेंगे।

दिल्ली के नए मेयर महेश खिची ने जिस तरह से बात कही इससे पता चलता है कि पार्टी ने कैसे विधानसभा चुनाव पर फोकस बढ़ा दिया है। उधर दिल्ली की सीएम आतिशी ने इस जीत के जरिए बीजेपी को दलित विरोधी करार दिया। आतिशी ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'दलित विरोधी भाजपा ने षड्यंत्र रचकर मेयर चुनाव में देरी करवाई। लेकिन एक बार फिर बाबा साहेब के संविधान की जीत हुई है। @AamAadmiParty की बदौलत दिल्ली को दलित मेयर मिला। मेयर बनने पर महेश खिची को बधाई। मुझे उम्मीद है कि आपके नेतृत्व में MCD में
@ArvindKejriwal के काम की राजनीति आगे बढ़ेगी।'


सीएम आतिशी के पोस्ट पर रिएक्ट करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी बाबा साहिब के सपनों और आदर्शों पर चलने वाली पार्टी है। कोई भी पार्टी यदि दलित समाज का हक मारने की कोशिश करेगी तो उसे सफल नहीं होने देंगे। मेयर पद के लिए कुल 265 वोट पड़े थे। लेकिन, इसमें से दो वोट अमान्य करार दे दिए गए। खबर ये भी है कि आप के 10 पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग भी की है। हालांकि, आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेश खींची को 133, जबकि बीजेपी के किशन लाल को 130 वोट मिले। महेश खींची करोलबाग के देवनगर के वार्ड 84 से पार्षद हैं। शैली ओबेरॉय के बाद अब वह मेयर पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। शैली ओबेरॉय का कार्यकाल बढ़ाया गया था।


मेयर पद के लिए अप्रैल 2024 में आम आदमी पार्टी और बीजेपी की ओर से प्रत्याशी घोषित कर दिए गए थे। लेकिन, पीठासीन अधिकारी ने यह कहकर फाइल लौटा दी थी कि मुख्यमंत्री की तरफ से कोई सिफारिश नहीं थी। इसके मद्देनजर नया मेयर चुने जाने तक शैली ओबेरॉय का कार्यकाल बढ़ाया गया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उन दिनों जेल में थे, इसलिए वह इस संबंध में किसी भी प्रकार की सिफारिश नहीं कर पाए थे। इससे पहले, दिसंबर 2022 में जब नगर निगम के चुनाव हुए थे, तो आम आदमी पार्टी ने 134 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद ‘आप’ पार्षद शैली ओबेरॉय फरवरी 2023 में महापौर बनी थीं। अप्रैल 2024 में मेयर पद का चुनाव टल गया था।


दिल्ली में मेयर पद के चुनाव में कांग्रेस ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया था। हालांकि, कांग्रेस पार्षद और उनके पत‍ि ने पार्टी से इस्‍तीफा देते हुए मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) का समर्थन करते हुए वोटिंग की। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को इस्तीफा भेजते हुए पार्षद सबीला बेगम के पत‍ि मोहम्मद खुशनूद ने लिखा कि मेयर चुनाव से दूर रहकर हम बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते। अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि मैं मोहम्मद खुशनूद और मेरी पत्नी सबीला बेगम (निगम पार्षद मुस्तफाबाद वार्ड 243) कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हैं।


कांग्रेस पार्टी का आदेश था कि 14 नवंबर को होने वाले मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में एमसीडी हाउस में वोट नहीं करना है। इलेक्शन को वॉकआउट करना है। मोहम्मद खुशनूद और उनकी पत्नी सबीला बेगम ने कहा कि इसका फायदा बीजेपी को होगा। ऐसे में उन्होंने आप उम्मीदवार के सपोर्ट में वोट किया। जिसका सीधा असर नतीजों में दिखा और आप कैंडिडेट ने जीत दर्ज की।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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