बांटने वाले भी तुम, काटने वाले भी तुम... खरगे के वार से कांग्रेस कंट्रोल कर पाएगी योगी से होने वाला डैमेज

नई दिल्ली: देश की राजनीति में एक बयान काफी सुर्खियां बटोर रहा है। अगली लाइन लिखने से पहले ही पॉलिटिकल जानकार समझ गए होंगे कि हम किसकी बात कर रहे हैं। जी हां आपका अंदाज एकदम सही है। बंटेंगे तो कटेंगे... इस बयान ने जितनी सुर्खियां बटोरी, उससे ज्या

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नई दिल्ली: देश की राजनीति में एक बयान काफी सुर्खियां बटोर रहा है। अगली लाइन लिखने से पहले ही पॉलिटिकल जानकार समझ गए होंगे कि हम किसकी बात कर रहे हैं। जी हां आपका अंदाज एकदम सही है। बंटेंगे तो कटेंगे... इस बयान ने जितनी सुर्खियां बटोरी, उससे ज्यादा कांग्रेस का हरियाणा में नुकसान कर दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ के इस बयान ने कांग्रेस के हाथ आने वाली जीत को जैसे झटके में छीन लिया था। यह भी स्वाभाविक है कि भारतीय जनता पार्टी हरियाणा नतीजों के बाद अब इसे महाराष्ट्र और झारखंड में भी दोहराएगी। इसकी काट के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बांटने वाले भी तुम, काटने वाले भी तुम वाला बयान लेकर आए हैं, लेकिन क्या इससे वह प्रभावी बन चुके सीएम योगी के बयान को कमतर कांग्रेस कोई डैमेज कंट्रोल कर पाएगी? आइए इसी पर विस्तार से बात करते हैं।
योगी के इस बयान का कांग्रेस ने क्या तोड़ खोजा?
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हरियाणा चुनाव के दौरान ही इस नारे को निकाला था। इस बयान का ऐसा असर हुआ कि भारत के साथ कनाडा में भी यह गूंजने लगा है। अब इस बयान को काउंटर करने के लिए कांग्रेस को कुछ तो सोचना था। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे आज झारखंड के हजारीबाग में थे। उन्होंने सीएम योगी के बयान के मुकाबले एक नया बयान लॉन्च किया। खरगे ने कहा कि BJP का मानना है कि 'बांटेंगे तो कटेंगे' - अगर बंटे तो हम खत्म हो जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि बांटने वाले भी तुम, काटने वाले भी तुम हो।

खरगे ने आगे कहा कि BJP की रणनीति झारखंड के सामाजिक और राजनीतिक ताने-बाने को तोड़कर सत्ता हासिल करना है। उन्होंने BJP पर 'गलत विचार' रखने और राज्य के आदिवासी नेतृत्व को कमजोर करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। खड़गे ने मतदाताओं से एकजुट होने का आह्वान किया और कहा कि BJP का एजेंडा बांटने वाला और सत्ता-भूख है।


बयान को झारखंड में भी भुना रहे सीएम योगी
मल्लिकार्जुन खरगे की झारखंड में रैली के दिन यानी आज ही सीएम योगी की भी प्रदेश के दूसरे कोने में रैली थी। बंटेंगे तो कटेंगे को सफलता की गारंटी मान चुके सीएम योगी ने आज फिर इशारों-इशारों में लोगों को एक रहने की सलाह दी है। सीएम ने कहा कि जैसे कश्मीर से पत्थरबाज समाप्त हुए, भाजपा सरकार बनने पर वैसे ही झारखंड से नक्सलवाद भी समाप्त करेंगे। योगी ने झारखंडवासियों से जातियों के खांचे में बांटने की साजिशों का मुंहतोड़ जवाब देने की अपील की।

उन्होंने कहा कि जाति, क्षेत्र, भाषा के नाम पर बांटने वाले वही लोग हैं, जो संकट आने पर साथ खड़े नहीं होंगे। कांग्रेस ने 1947 से देश को जख्म दिया। यही काम राजद ने बिहार व झामुमो ने झारखंड में किया। जिस प्रकार से झारखंड के अंदर रोहिंग्या की घुसपैठ प्रारंभ कराई गई है। डेमोग्राफी इसी प्रकार चेंज हुई तो यह लोग आज यात्रा रोक रहे हैं, आने वाले समय में घरों में घंटी व शंख नहीं बजाने देंगे। भाजपा को लाइए, एक रहिए और नेक रहिए। भाजपा लाइए, रामनवमी की सुरक्षित यात्रा निकालिए। देश का इतिहास गवाह है, जब भी जाति, क्षेत्र व भाषा के नाम पर बटे हैं तो निर्ममता से कटे हैं।


कांग्रेस कैसे करेगी मुकाबला
भारतीय जनता पार्टी के लिए हरियाणा में संजीवनी बना सीएम योगी का यह बयान अब महाराष्ट्र और झारखंड में काम आएगा। कांग्रेस से बेहतर इस बयान का प्रभाव भला कौन समझेगा। इस बयान पर काउंटर करने के लिए खरगे ने कई बातें कहीं। खरगे ने झारखंड की रैली से कहा कि बांटने वाले और काटने वाले हो कर ऐसा बयान दे रहे। आपके पास हुकूमत है, सत्ता है फिर भी ऐसा बयान। खरगे ने इस बयान को काउंटर करने के लिए गरीबों से कहा कि इन लोगों ने आपके लिए कुछ नहीं किया, आप मंदिर नहीं जा सकते क्योंकि आप गरीब हैं, आपके लिए इन लोगों ने क्या किया?


खरगे को ऐसा क्यों कहना पड़ा? खरगे जानते हैं कि मोदी सरकार गरीबों के उत्थान और उनके लिए ढेर सारी योजनाओं की सफलता का बखान करती है। पीएम मोदी खुद को गरीब का बेटा कहते हैं। खरगे और कांग्रेस इससे बताना चाहती है कि ये लोग बंटेंगे कटेंगे की राजनीति कर आपको बेवकूफ बना रहे हैं और ध्यान भटकाने का प्रयास है। खरगे ने यह भी कहा कि यह एजेंडा RSS और बीजेपी का है जिसे उन्हें तोड़ना है। हालांकि खरगे के साथ पूरी कांग्रेस यह जानती है कि इस बयान ने कितना नुकसान किया है। ऐसे में देखना होगा कि कांग्रेस का यह डैमेज कंट्रोल कितना कारगर होता है। इस बयान को महाराष्ट्र में भी खूब हाथों हाथ लिया जा रहा है। कई जगह सीएम योगी के साथ ऐसे पोस्टर्स लगे दिखे। तय है कि कांग्रेस गठबंधन महाराष्ट्र और झारखंड दोनों जगह इस बयान के खिलाफ कुछ ला सकती है। देखना होगा इस बयान का मुकाबला कैसे करती है।

इंडिया गठबंधन का 7 गारंटी का प्लान
➤'1932 आधारित खतियान गारंटी'- ‘सरना धर्म कोड’ लागू किया जाएगा।
➤‘मैया सम्मान योजना’ के तहत दिसंबर 2024 से 2,500 रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी, जो फिलहाल 1,000 रुपये है।
➤ 'सामाजिक न्याय की गारंटी'-अनुसूचित जनजाति - 28%, अनुसूचित जाति - 12%, अन्य पिछड़ा वर्ग - 27% आरक्षण।
➤'खाद्य सुरक्षा की गारंटी'- प्रति व्यक्ति 7 किलो राशन वितरण किया जाएगा।
➤'रोजगार और स्वास्थ्य सुरक्षा की गारंटी'- (झारखंड के) 10 लाख युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया जाएगा, और 15 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा।
➤'शिक्षा की गारंटी'- सभी प्रखंडों में डिग्री कॉलेज, सभी जिला मुख्यालयों में इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेज की स्थापना का वादा किया गया है।
➤'किसान कल्याण गारंटी'- MSP को 2,400 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये से अधिक किया जाएगा।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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