India-China Border On Diwali: भारत के पूर्वी लद्दाख इलाके में चीन से लगती सीमा पर गश्त को लेकर समझौता होने के बाद दिवाली का जश्न मनाया गया है. चीनी सैनिकों के तंबू उखड़ने के बाद गुरुवार को दिवाली पर दोनों पक्षों के बीच रिश्तों में गर्माहट दिखी. दोनों देशों की सेना के अधिकारियों ने एक-दूसरे को दिवाली की बधाई के साथ ही मिठाइयों का डिब्बा और तोहफा सौंपा.
भारतीय और चीनी सेना के अधिकारियों ने एक-दूसरे को दी मिठाई
भारत और चीन की सेना के बीच एलएसी पर लगभग पांच साल बाद टकराव वाली स्थिति खत्म हुई और दोनों पक्षों के बीच मिठाई का आदान-प्रदान हुआ. चुशुल-मोल्दो प्वाइंट पर भारतीय और चीन की सेना के अधिकारियों ने दिवाली के अवसर पर एक-दूसरे को मिठाइयां और शुभकामनाएं दीं. भारतीय सेना ने इस मौके की तस्वीर भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया.
Soldiers of the Indian and Chinese Army exchange sweets at the Chushul-Moldo border meeting point on the occasion of #Diwali.
(Source: Indian Army) pic.twitter.com/MwhGgIYQ98
— ANI (@ANI) October 31, 2024
पूर्वी लद्दाख के अलावा अरुणाचल और सिक्किम में भी सीमा पर जश्न
पूर्वी लद्दाख में चुशूल मोल्दो और दौलत बेग ओल्डी, अरुणाचल प्रदेश में किबुतु के पास बंछा और बुमला के अलावा सिक्किम में नाथुला प्वाइंट पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान किया गया है. भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच दीवाली के मौके पर मिठाइयों और बधाइयों के आदान-प्रदान को सैन्य और कूटनीतिक दोनों लिहाज से एक बड़ी जीत मानी जा रही है.
एलएसी पर पांच सीमा कार्मिक बैठक (बीपीएम) बिंदुओं पर कार्यक्रम
सेना के एक सूत्र ने बताया, "दिवाली के अवसर पर एलएसी पर पांच सीमा कार्मिक बैठक (बीपीएम) बिंदुओं पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान हुआ." हालांकि, पिछले वर्षों में भारतीय और चीन के सैनिकों ने त्योहारों और दूसरे अहम मौकों पर पूर्वी लद्दाख सहित एलएसी पर स्थित कई सीमा चौकियों पर मिठाइयों और बधाइयों का आदान-प्रदान किया है.
प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात का असर
हाल ही में 23 अक्टूबर को रूस के ऐतिहासिक कजान शहर में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अलग से मुलाकात हुई थी. इसके बाद एक महत्वपूर्ण समझौते के तहत पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गतिरोध वाले दो स्थानों डेमचोक और देपसांग से दोनों देशों के सैनिकों की वापसी यानी डिसइंगेजमेंट पूरी हो गई है. इन जगहों पर जल्द ही गश्त भी शुरू कर दी जाएगी.
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जून 2020 में गलवान घाटी में हिंसक झड़प से शुरू गतिरोध लगभग खत्म
जून 2020 में गलवान घाटी में हुई भीषण और हिंसक झड़प के बाद पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गतिरोध बरकरार था और भारत-चीन संबंध निचले स्तर पर पहुंच गए थे. हालांकि, पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गश्त और सैनिकों को पीछे हटाने के लिए दोनों देशों के बीच बनी सहमति को गतिरोध को खत्म करने की दिशा में एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है.
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