कैसे मोसाद के मोहरों से उसी को ईरान ने दी मात, यहूदियों से करवाई इजरायल की जासूसी

Israel Iran News: जरा सोचिए जिस इजरायली सुरक्षा एजेंजी मोसाद का डंका पूरी दुनिया में बजता है उसे कैसे कोई धोखा दे सकता है. ईरान ने ऐसा कर दिखाया है. हुआ यह कि इजरायल ने हाल ही में अजरबैजानी मूल के सात इजरायली नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जिन

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Israel Iran News: जरा सोचिए जिस इजरायली सुरक्षा एजेंजी मोसाद का डंका पूरी दुनिया में बजता है उसे कैसे कोई धोखा दे सकता है. ईरान ने ऐसा कर दिखाया है. हुआ यह कि इजरायल ने हाल ही में अजरबैजानी मूल के सात इजरायली नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर ईरान के लिए जासूसी करने का आरोप है. इन संदिग्धों ने पिछले दो वर्षों में 600 जासूसी मिशन पूरे किए, जिनमें इजरायली एयरबेस और अन्य संवेदनशील जगहों से जानकारी जुटाना शामिल था. अधिकारियों का कहना है कि ये लोग एक तुर्की मध्यस्थ के जरिए ईरानी एजेंटों के संपर्क में थे.

टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को इजरायल पुलिस और शिन बेट ने जानकारी दी कि सात पूर्वी यरुशलम के फिलिस्तीनी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है. इन पर आरोप है कि ये लोग ईरान के लिए इजरायल में हमला करने की योजना बना रहे थे. यह हाल के एक महीने में खुलासा होने वाला पांचवां मामला है, जिसमें ईरान की ओर से इजरायल पर हमले की योजना बनाई जा रही थी.

संदिग्धों में 19 से 23 वर्ष की उम्र के युवक शामिल हैं, जो पहले किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं रहे हैं. उनके कथित निशाने पर एक इजरायली परमाणु वैज्ञानिक और इजरायल के एक बड़े शहर के मेयर थे. इस जासूसी रिंग का नेता, 23 वर्षीय रामी एलियन, खुद एक ईरानी एजेंट द्वारा भर्ती किया गया था.

अधिकारियों के अनुसार, संदिग्धों को क्रिप्टोकरेंसी और नकद में भुगतान दिया जाता था. इजरायल जैसे सुरक्षा में माहिर देश में ईरानी जासूसों की घुसपैठ ने सुरक्षा अधिकारियों को हैरान कर दिया है. सवाल यह उठता है कि इजरायल में ही ईरान जासूसों को कैसे भर्ती कर पा रहा है?

सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि ये संदिग्ध एक संगठित सेल के रूप में काम कर रहे थे, जिसमें हर सदस्य की एक अलग भूमिका थी. इन लोगों ने ईरानी संपर्कों के लिए कई टास्क पूरे किए, जिसमें इजरायली बंधकों की रिहाई की मांग वाले पोस्टर लगाना, और महत्वपूर्ण जगहों की तस्वीरें लेना शामिल था.

समय के साथ, संदिग्धों के टास्क गंभीर विध्वंसक गतिविधियों में बदल गए, जैसे एक वाहन को आग लगाना, हथियार खरीदना और यहां तक कि एक सैनिक पर ग्रेनेड फेंकने की योजना बनाना. हालांकि, टीम को अंतिम हमले से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया.

एलियन को इजरायली वैज्ञानिक की हत्या करने का आदेश दिया गया था. उसे निशाने के बारे में जानकारी जुटाने के लिए कहा गया और इसके लिए उसे एक बड़ी रकम की पेशकश की गई थी. एलियन ने वैज्ञानिक के बारे में व्यक्तिगत जानकारी जुटाने का प्रयास किया, लेकिन गिरफ्तारी से पहले वे अपने मंसूबों में सफल नहीं हो सके.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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