कंपकंपाने वाले कजान की कहानी, जहां के लिए उड़ चला है पीएम मोदी का प्लेन

PM Modi in Kazan: ब्रिक्स सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के शहर कजान पहुंच चुके हैं. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर कजान ही क्यों? लोगों के मन में यह भी सवाल उठ रहा है कि आखिर कजान क्यों है भारत के लिए इतना महत्वपूर्ण

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PM Modi in Kazan: ब्रिक्स सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के शहर कजान पहुंच चुके हैं. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर कजान ही क्यों? लोगों के मन में यह भी सवाल उठ रहा है कि आखिर कजान क्यों है भारत के लिए इतना महत्वपूर्ण? आखिर क्या है ऐसा खास इस शहर में जिनके बारे में हम आपको बता रहे हैं. अभी इस वक्त हम भारत में टीशर्ट और शर्ट पहन कर घूम रहे हैं लेकिन अगर कजान की बात करें तो वहां स्वेटर और जैकेट पहनना पड़ेगा. इस वक्त जब भारत में तापमान करीब 25 डिग्री के आसपास है तब कजान में 6 डिग्री है.

भारत के लिए क्यों खास है कजान?

तातारस्तान रूस का एक राज्य है. जिसकी राजधानी कजान है. यह शहर तातारस्तान का सबसे बड़ा शहर होने के साथ-साथ राजधानी भी है. इस राज्य की मुख्य कमाई तेल से होता है. यहां एक मजबूत पेट्रोकेमिकल उद्योग है. इसके अलावा यहां हर साल करीब 32 मिलियन टन कच्चे तेल का उत्पादन होत है.

कच्चे तेल से भरे इस क्षेत्र में भारत ने व्यापार और निवेश बढ़ाने में रुचि दिखाई है. कजान में कई तरह के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंचों का आयोजन किया जाता है. ऐसे मंच भारतीय व्यवसायों को जैसे कि आईटी, फार्मास्यूटिकल्स और मशीनरी जैसे क्षेत्रों में अवसरों को तलाशने के लिए काफी अहम होता है.

भारतीय उत्सवों का होता है आयोजन

तातारस्तान में अलाबुगा विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) रूस में सबसे बड़े क्षेत्रों में से एक है और यहां भारत की ओर से कई तरह के निवेश किए गए हैं. कजान अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विविधता के लिए जाना जाता है. भारत और तातारस्तान आपस में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध भी साझा करते हैं. अक्सर यहां भारतीय सांस्कृतिक उत्सवों का आयोजन भी होता रहता है.

तातारस्तान का विमानन उद्योग Tu-214 यात्री हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर बनाता है. कजान हेलीकॉप्टर प्लांट दुनिया के सबसे बड़े हेलीकॉप्टर निर्माताओं में से एक है. तातारस्तान में इंजीनियरिंग, कपड़ा, परिधान, लकड़ी प्रसंस्करण और खाद्य उद्योग भी महत्वपूर्ण है.

कजान शहर वोल्गा और कजांका नदियों के संगम पर स्थित है. इस शहर का क्षेत्रफल करीब 425.3 वर्ग किलोमीटर है. यहां की आबादी लगभग 1.3 मिलियन से ज़्यादा है. यह शहर रूस का पांचवा सबसे बड़ा शहर है. भारत ने तातारस्तान में व्यापार और निवेश बढ़ाने में रुचि दिखाई है. कजान काफी ठंडा प्रदेश है.

कजान में खुलेगा भारतीय वाणिज्य दूतावास

भारत की ओर से कजान में वाणिज्य दूतावास खोला जा रहा है. पीएम मोदी ने रूस की दो दिवसीय यात्रा के दौरान मास्को में भारतीय समुदाय को संबोधित किया और इस दौरान घोषणा की कि भारत रूसी शहरों कजान और एकातेरिनबर्ग में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलेगा.

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय को रूस के साथ मजबूत और गहरी साझेदारी बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया." उन्होंने बताया कि कजान और एकातेरिनबर्ग में दो नए भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने का निर्णय लिया गया है, जिससे लोगों के बीच संबंधों को और बढ़ावा मिलेगा."

ब्रिक्स में क्या करेंगे पीएम मोदी?

ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के शहर कजान जा रहे हैं. यहां पहुंच कर ब्रिक्स देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ मुलाकात करेंगे. इस सम्मेलने के दौरान आर्थिक, व्यापारिक और आतंकवाद समेत कई वैश्विक चुनौतियों पर बात करेंगे. पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. माना जा रहा है कि इस बैठक से इतर पीएम मोदी कई अन्य देशों के प्रमुखों से भी मिल सकते हैं.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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