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बेरूत: लेबनान में पेजर धमाके के दूसरे दिन फिर नए तरह का हमला हुआ है। मंगलवार को पहले पेजर डिवाइस में धमाके हुए थे। बुधवार को हिजबुल्ला सदस्यों की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले रेडियो वॉकी टॉकी में भी कथित तौर पर इजरायल ने विस्फोट किए हैं। दूसरा हमला हिजबुल्लाह के अंदर सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं को दिखाता है। साथ ही हिजबुल्ला पर दबाव भी बढ़ने लगा है। वायरलेस डिवाइस में विस्फोट से 14 लोगों की मौत हो गई और 450 से ज्यादा घायल हो गए। एक्सियोस की रिपोर्ट के मुताबिक वॉकी-टॉकी में इजरायली खुफिया एजेंसियों ने बम लगाकर पहले ही हिजबुल्लाह तक इमरजेंसी में इस्तेमाल के लिए पहुंचाया था।इजरायल के साथ युद्ध में इस्तेमाल के लिए हिजबुल्ला इसे लाया था। हमले से हिजबुल्लाह के कमांड और कंट्रोल सिस्टम को नुकसान हुआ है। स्थानीय समय के मुताबिक बुधवार दोपहर में हमला हुआ। विस्फोट तब हुआ जब लोग पेजर हमले में मारे गए कुछ हिजबुल्लाह सहस्यों को अंतिम विदाई दे रहे थे। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि वायरलेस डिवाइस फटने से हिजबुल्लाह का एक गार्ड जमीन पर गिर गया। बेरूत के कई घरों में भी धमाके हुए हैं।
क्या है इजरायल का लक्ष्य?
इन वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल इजरायल से युद्ध के दौरान किया जाना था। ऐसे में बड़ी संख्या में यह वॉकी टॉकी हिजबुल्लाह के गोदामों में भरे पड़े थे। सूत्रों के मुताबिक इजरायल का इस हमले से प्रमुख लक्ष्य हिजबुल्लाह के लोगों में भ्रम और भय को बढ़ाना है। ताकि वह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से डरें। इजरायल जानता है कि हिजबुल्लाह पेजर और वॉकी टॉकी के इस्तेमाल के जरिए ही आपस में बात कर सकता है। अगर इन पर भी भरोसा नहीं होगा तो उनके पास संचार का कोई साधन नहीं रह जाएगा।
क्या है इजरायल का लक्ष्य?
इन वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल इजरायल से युद्ध के दौरान किया जाना था। ऐसे में बड़ी संख्या में यह वॉकी टॉकी हिजबुल्लाह के गोदामों में भरे पड़े थे। सूत्रों के मुताबिक इजरायल का इस हमले से प्रमुख लक्ष्य हिजबुल्लाह के लोगों में भ्रम और भय को बढ़ाना है। ताकि वह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से डरें। इजरायल जानता है कि हिजबुल्लाह पेजर और वॉकी टॉकी के इस्तेमाल के जरिए ही आपस में बात कर सकता है। अगर इन पर भी भरोसा नहीं होगा तो उनके पास संचार का कोई साधन नहीं रह जाएगा।हमला करना बना मजबूरी!
रिपोर्ट के मुताबिक दूसरा हमला इजरायल की मजबूरी बन गया। क्योंकि वह यह मानकर चल रहा था कि पेजर हमले के बाद वायरलेस डिवाइस की जांच होगी, जिससे उसमें बम होने का खुलासा हो जाएगा। इजरायल ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। वहीं वॉकी टॉकी विस्फोट से कुछ घंटे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मिस्र में कहा था कि अमेरिका इसमें शामिल नहीं है और न ही उसे इसे लेकर कोई जानकारी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस तरह के हमले से मोसाद चाहता है कि हिजबुल्लाह हमास से खुद को अलग कर लड़ाई खत्म करने के लिए इजरायल से एक अलग समझौता करे।
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