Read Time5
Minute, 17 Second
लखनऊः उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान हादसे में अब तक 116 लोगों की मौत हुई है। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की है। सिंह ने बताया कि हादसे में 116 लोगों की मौत हुई है, जिनमें सिर्फ 72 लोगों की शिनाख्त हो पाई है। इनमें 7 बच्चे, एक पुरुष और बाकी सभी महिलाएं हैं। उन्होंने बताया कि हादसे में मिसिंग कोई नहीं है। बाकी लोगों की भी शिनाख्त कराई जा रही है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज कराया जा रहा है। सभी दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। योगी ने भी साजिशकर्ताओं के खिलाफ सख्त ऐक्शन की बात कही गई है।
मृतकों के परिजन ने उठाए सवाल
बता दें कि हाथरस हादसे के बाद मृतक के परिजनों ने प्रशासन पर सवाल उठाया है। हादसे में जान गंवाने वाले एक व्यक्ति के परिजन अजीत कुमार ने बताया कि यहां अस्पताल में किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं थी। डॉक्टर इधर-उधर घूम रहे थे। हमको केवल बताया गया कि परिजन की मौत हो चुकी है। लाशें ऐसे ही पड़ी हैं और कुछ लोगों को लाश भी नहीं मिल पा रही है। प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं है।
एक और मृतक के परिजन ने भी सवाल उठाया है कि जहां केवल पांच हजार लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत मिल सकती थी, वहां इतनी गर्मी में लाखों की संख्या में लोग कैसे जुट गए? प्रशासन पर सबसे बड़ा सवाल यही है कि इतने लोगों को रोका क्यों नहीं गया। ये भीड़ कल रात से चल रही थी। बाबा पर भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उनको इतनी गर्मी में ये कार्यक्रम नहीं करना चाहिए था। प्रशासन को बिजली का इंतजाम करना चाहिए था।
(ये खबर लगातार अपडेट की जा रही है)
मृतकों की लिस्ट
मृतकों के परिजन ने उठाए सवाल
बता दें कि हाथरस हादसे के बाद मृतक के परिजनों ने प्रशासन पर सवाल उठाया है। हादसे में जान गंवाने वाले एक व्यक्ति के परिजन अजीत कुमार ने बताया कि यहां अस्पताल में किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं थी। डॉक्टर इधर-उधर घूम रहे थे। हमको केवल बताया गया कि परिजन की मौत हो चुकी है। लाशें ऐसे ही पड़ी हैं और कुछ लोगों को लाश भी नहीं मिल पा रही है। प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं है।एक और मृतक के परिजन ने भी सवाल उठाया है कि जहां केवल पांच हजार लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत मिल सकती थी, वहां इतनी गर्मी में लाखों की संख्या में लोग कैसे जुट गए? प्रशासन पर सबसे बड़ा सवाल यही है कि इतने लोगों को रोका क्यों नहीं गया। ये भीड़ कल रात से चल रही थी। बाबा पर भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उनको इतनी गर्मी में ये कार्यक्रम नहीं करना चाहिए था। प्रशासन को बिजली का इंतजाम करना चाहिए था।
(ये खबर लगातार अपडेट की जा रही है)
+91 120 4319808|9470846577
स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.