हमेशा नीले रंग की पगड़ी क्यों पहनते थे डॉक्टर मनमोहन सिंह? खुद ही किया था खुलासा

नई दिल्ली : देश गमगीन है अपने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर। एक प्रख्यात अर्थशास्त्री, आरबीआई के पूर्व गवर्नर, आधुनिक भारतीय अर्थव्यवस्था के शिल्पी जिन्होंने आगे चलकर सरकार का नेतृत्व किया। देश के पहले सिख प्रधानमंत्री। गुरुवार को 92

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नई दिल्ली : देश गमगीन है अपने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर। एक प्रख्यात अर्थशास्त्री, आरबीआई के पूर्व गवर्नर, आधुनिक भारतीय अर्थव्यवस्था के शिल्पी जिन्होंने आगे चलकर सरकार का नेतृत्व किया। देश के पहले सिख प्रधानमंत्री। गुरुवार को 92 वर्ष की उम्र में उनका दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया। शनिवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि होगी। सरकार ने 7 दिनों के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। मनमोहन सिंह हमेशा नीली पगड़ी में दिखा करते थे। आखिर उनकी पगड़ी के इस रंग का राज क्या था, उन्होंने एक बार खुद इसका खुलासा किया था।
मनमोहन सिंह ने खुलासा किया था कि उनकी पगड़ी का नीला रंग उनके अल्मा मेटर कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रति सम्मान का प्रतीक है। 2006 में उन्हें डॉक्टरेट ऑफ लॉ की उपाधि से सम्मानित किया गया था। उसी दौरान उन्होंने इस राज से पर्दा उठाया था।

मनमोहन सिंह ने 1954 में पंजाब यूनिवर्सिटी से इकनॉमिक्स में फर्स्ट-क्लास मास्टर्स किया और यूनिवर्सिटी में पहला स्थान हासिल किया। उसके बाद उन्होंने 1957 में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से इकनॉमिक्स में फर्स्ट क्लास ऑनर की डिग्री हासिल की थी। उनके डिग्री हासिल करने के करीब 50 साल बाद अक्टूबर 2006 में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टरेट ऑफ लॉ की उपाधि से सम्मानित किया।

समारोह के दौरान जब उन्हें उपाधि से सम्मानित किया जा रहा था, तब ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग प्रिंस फिलिप ने उनकी नीली पगड़ी की ओर इशारा करते हुए कहा, 'देखो उनकी पगड़ी का रंग।' इस टिप्पणी पर तालियों की गड़गड़ाहट के बीच डॉ. सिंह ने बताया कि हल्का नीला रंग उनका पसंदीदा रंग है और यह उन्हें कैम्ब्रिज के दिनों की याद दिलाता है। उन्होंने कहा, 'नीला मेरा पसंदीदा रंग है और अक्सर मेरे सिर पर दिखाई देता है।' उन्होंने बताया कि कैम्ब्रिज में उनके साथी उन्हें प्यार से 'ब्लू टर्बन' कहते थे।

डॉक्टर मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक लगातार 10 वर्षों तक प्रधानमंत्री रहे थे। उन्हें उनकी नीतिगत विशेषज्ञता और आर्थिक सुधारों के लिए जाना जाता है। 1991 में वित्त मंत्री के रूप में, उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को उदारीकरण की ओर मोड़ा, जिससे देश में अभूतपूर्व आर्थिक विकास हुआ। प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, भारत ने उच्च विकास दर हासिल की और लाखों लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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