Shrikant Shinde Profile: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे के आने के बाद महायुति मे भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर रस्साकशी थम गई. कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, निवर्तमान उपमुख्यमंत्री फडणवीस और राकांपा के अजित पवार गुरुवार को नई दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात कर सरकार गठन की रूपरेखा पर चर्चा कर सकते हैं. भाजपा सूत्रों ने पहले बताया था कि महाराष्ट्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेता भी भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं.
भाजपा के लिए महाराष्ट्र में नई सरकार का नेतृत्व करने का रास्ता साफ
इससे साफ संकेत मिलता है कि महाराष्ट्र की नयी सरकार में महायुति के तीनों प्रमुख घटकों में से भाजपा से मुख्यमंत्री और शिवसेना-राकांपा का प्रतिनिधित्व करने वाले दो उपमुख्यमंत्रियों के फार्मूले का पालन किया जाएगा. एक दिन पहले ही 60 वर्षीय एकनाथ शिंदे ने घोषणा कर दी थी कि शिवसेना महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के नाम के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फैसले का समर्थन करेगी. इससे भाजपा के लिए नई सरकार का नेतृत्व करने का रास्ता साफ हो गया.
शिवसेना कोटे से श्रीकांत शिंदे के उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा तेज
कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्री शाह से बात की और उन्हें आश्वासन दिया है कि राज्य में नई सरकार के गठन में उनकी ओर से कोई ‘बाधा’ नहीं आएगी. इसके बाद महाराष्ट्र में शिवसेना कोटे से श्रीकांत शिंदे के उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है. न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एकनाथ शिंदे ने कथित तौर पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से अनुरोध किया है कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता है, तो उन्हें महायुति सरकार का संयोजक नियुक्त किया जाना चाहिए. साथ ही श्रीकांत शिंदे को डिप्टी सीएम बनाया जाना चाहिए.
श्रीकांत शिंदे ने अपने पिता एकनाथ शिंदे पर किन वजहों से जताया गर्व
इस बीच शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा है कि उन्हें अपने पिता एकनाथ शिंदे पर गर्व है, जिन्होंने व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा को दरकिनार करते हुए ‘गठबंधन धर्म’ का पालन करने का उदाहरण पेश किया है. सांसद ने बुधवार रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उनके पिता का महाराष्ट्र के लोगों के साथ अटूट रिश्ता है. शिवसेना नेता ने कहा कि उन्होंने समाज के हर वर्ग के लिए दिन-रात मेहनत की. शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सहयोगी है.
पीएम मोदी और अमित शाह का नाम लेकर श्रीकांत शिंदे ने क्या कहा?
श्रीकांत शिंदे ने कहा, ‘मुझे अपने पिता और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे पर गर्व है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर भरोसा बनाए रखा और अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा को अलग रखते हुए गठबंधन धर्म का उदाहरण पेश किया.’ उन्होंने कहा कि उनके पिता ने ‘आम आदमी’ के रूप में काम किया और यहां मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ के दरवाजे जनता के लिए खोले.
महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनने की चर्चा के बीच गठबंधन धर्म पर जोर
कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा कि ऐसी धारणा है कि सत्ता सभी को लुभाती है, लेकिन एकनाथ शिंदे अपवाद हैं. उनके लिए राष्ट्र और लोगों की सेवा सर्वोपरि है और उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में महायुति ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में ही शानदार जीत हासिल की है. आइए, जानते हैं कि महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनने की चर्चा के बीच गठबंधन धर्म पर जोर देने वाले श्रीकांत शिंदे कौन हैं और उनकी क्या खासियतें हैं?
शिवसेना प्रमुख और कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र हैं श्रीकांत
श्रीकांत शिंदे शिवसेना प्रमुख और कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र हैं. 4 फरवरी, 1987 को जन्मे श्रीकांत शिंदे शिक्षा से हड्डियों के डॉक्टर और पेशे से एक राजनेता हैं. 17वीं लोकसभा में वह महाराष्ट्र के कल्याण निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. वह शिवसेना से जुड़े हैं. राजनीतिक करियर शुरू करने से पहले, श्रीकांत शिंदे ने एमबीबीएस की डिग्री हासिल की. फिर नवी मुंबई के डॉ. डी.वाई. पाटिल मेडिकल कॉलेज से ऑर्थोपेडिक्स में एम.एस. पूरा किया. 2014 के लोकसभा चुनाव में जब श्रीकांत पहली बार कल्याण सीट से जीते, तब अपने मास्टर प्रोग्राम के अंतिम साल में पढ़ाई कर रहे थे.
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2014 में लोकसभा में सबसे कम उम्र के मराठा सांसद बने थे श्रीकांत शिंदे
श्रीकांत शिंदे की इस बड़ी जीत ने सबसे कम उम्र का मराठा सांसद बना दिया. लोकसभा चुनाव 2019 में उन्होंने अपनी सीट पर लगातार दूसरी बार जीत हासिल की. दूसरी बार सांसद चुने जाने के तीन साल बाद 2022 में शिवसेना में फूट पड़ी तो वह 12 सांसदों के साथ अपने पिता के गुट में शामिल हो गए थे. अब श्रीकांत शिंदे के महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के प्रस्ताव ने शिवसेना के कई नेताओं के बीच असंतोष बढ़ा दिया है. क्योंकि शिंदे गुट पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को बढ़ावा देने की आलोचना करता रहा है.
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पारीवारिक और सामाजिक जीवन में भी आगे और सक्रिय हैं श्रीकांत शिंदे
राजनीति से अलग श्रीकांत शिंदे अपने फाउंडेशन और शिवसेना को साथ लेकर सिंधुदुर्ग जिले में मुफ्त चिकित्सा शिविर चलाते हैं. कोविड-19 महामारी के दौरान उनके फाउंडेशन ने कोल्हापुर में संभाजी राजे के फाउंडेशन को एम्बुलेंस दान की थी. उनके फाउंडेशन में मरीजों को एक रुपये फीस पर देखा जाता है. अंबरनाथ में वह 'शिव मंदिर कला महोत्सव का आयोजन भी करते हैं. वहीं, पारीवारिक जीवन की बात करें तो एकनाथ शिंदे और लता शिंदे के पुत्र श्रीकांत शिंदे 2016 में फिल्म प्रोड्यूसर वृशाली शिंदे के साथ शादी के बंधन में बंधे थे. दोनों का रुद्रांश नाम का एक बेटा है.
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