ये क्या कर रही FBI! विकास यादव के लिए पंजाबी और हिंदी में जारी किए वांटेड पोस्टर

नई दिल्ली : सिख अलगवावादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश रचने के आरोपी विकास यादव को लेकर एफबीआई के नए कदम ने लोगों को हैरान कर दिया है। अमेरिकी जांच एजेंसी ने बर्खास्त रॉ ऑपरेटिव को पकड़ने के लिए पंजाबी और हिंदी में उसके 'वांटेड' पो

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नई दिल्ली : सिख अलगवावादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश रचने के आरोपी विकास यादव को लेकर एफबीआई के नए कदम ने लोगों को हैरान कर दिया है। अमेरिकी जांच एजेंसी ने बर्खास्त रॉ ऑपरेटिव को पकड़ने के लिए पंजाबी और हिंदी में उसके 'वांटेड' पोस्टर जारी किए हैं। एफबीआई की वेबसाइट पर पहले से ही यादव का पोस्टर था।
नोटिस ने कई लोगों को हैरान कर दिया क्योंकि यादव फरार नहीं है, भारतीय अधिकारियों ने अपने अमेरिकी समकक्षों को सूचित किया कि वह कथित डकैती के लिए जेल में था और वर्तमान में जमानत पर बाहर है।

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fbi poster

पन्नू की अफवाहों से बढ़ी दिलचस्पी!

सूत्रों ने बताया कि यादव को पकड़ने में एफबीआई की असामान्य दिलचस्पी सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा फैलाई गई अफवाहों से उपजी है। इसमें कहा गया था कि विकास यादव हरियाणा और पंजाब के इलाकों में हो सकता है। यादव पर पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में न्यूयॉर्क की एक अदालत में आरोप लगाया गया है। इसमें FBI ने भारतीय मूल के कथित ड्रग डीलर निखिल गुप्ता को भी गिरफ्तार किया है।

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विकास के साथ गुप्ता पर भी केस

गुप्ता को पिछले साल जून में अमेरिकी सरकार के अनुरोध पर प्राग हवाई अड्डे पर चेक गणराज्य के अधिकारियों ने हिरासत में लिया था। उन पर कथित तौर पर एक अंडरकवर पुलिस अधिकारी के साथ काम करने और पन्नू की हत्या के लिए ड्रग प्रवर्तन एजेंसी (DEA) के मुखबिर को काम पर रखने का आरोप लगाया गया था। गुप्ता को बाद में नवंबर 2023 के पहले सप्ताह के आसपास अमेरिकी अधिकारियों को सौंप दिया गया। इससे कुछ समय पहले न्यूयॉर्क की एक अदालत में केस दायर किया गया था।

आसान नहीं होगा विकास का प्रत्यर्पण

एफबीआई के प्रयासों से पता चलता है कि यादव अमेरिकी कानून प्रवर्तन के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। हालांकि, उसकी गिरफ्तारी और उसके बाद प्रत्यर्पण आसान काम नहीं हो सकता है। भारत सरकार दो लंबित प्रत्यर्पणों के बारे में अपनी मांग को फिर से दोहरा सकती है। इनमें से एक पूर्व डीईए मुखबिर डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी है, जो लश्कर का एक ऑपरेटिव है। हेलडीने मुंबई में 26/11 की तबाही मचाने वाले गिरोह के लिए रेकी की थी। जबकि दूसरा तहव्वुर राणा है, जो इसी मामले में वांटेड है।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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