नर्स की माचिस ने मचाया मौत का तांडव? चश्मदीद ने बताई झांसी अस्पताल हादसे की कहानी

Jhansi Hospital Fire: शुक्रवार रात झांसी के अस्पताल में घटी दर्दनाक घटना ने सभी को हैरान कर दिया. अस्पताल में लगी भीषण आग में 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई. इसके अलावा 16 बच्चे अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. आग लगने के पीछे शॉर्ट सर्

4 1 9
Read Time5 Minute, 17 Second

Jhansi Hospital Fire: शुक्रवार रात झांसी के अस्पताल में घटी दर्दनाक घटना ने सभी को हैरान कर दिया. अस्पताल में लगी भीषण आग में 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई. इसके अलावा 16 बच्चे अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. आग लगने के पीछे शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. हालांकि कुछ लोगों ने दावा किया है कि यह इतनी बड़ी घटना एक नर्स की लापरवाही के चलते घटी है. हालांकि शनिवार शाम को उत्तर प्रदेश सरकार को जांच रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने के कारणों की स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी. लेकिन उससे पहले प्रत्यक्षदर्शियों के इस दावे के बाद मामले में नया मोड़ आ गया है.

हमीरपुर निवासी भगवान दास ने दावा किया है कि जिस समय घटना घटी मैं अस्पताल में ही मौजूद था. उनका कहना है कि मेरा बेटा अस्पताल में भर्ती था. भगवान दास ने दावा किया कि एक नर्स ने ऑक्सीजन सिलेंडर की पाइप को जोड़ने की कोशिश करते समय माचिस जलाई थी. ऑक्सीजन युक्त वातावरण होने के कारण वार्ड में आग लग गई. दास ने कहा कि ऑक्सीजन अत्यधिक ज्वलनशील है और इससे पूरे वार्ड में तेजी के साथ आग लग गई. दास ने बताया,'माचिस जलाते ही पूरे वार्ड में आग लग गई.' भगवान दास ने बताया कि अचानक आग फैलने के बाद मची अफरा-तफरी के बीच मैंने जल्दी से 3-4 बच्चों को अपने गले में बंधे कपड़े से लपेटा और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले गया. इसके अलावा उन्होंने अन्य लोगों की मदद से कुछ और बच्चों को भी बचाया.

यह भी पढ़ें: अंदर बच्चे मर गए बाहर रंगाई-पुताई शुरू हो गई.. डिप्टी सीएम के स्वागत के लिए झांसी अस्पताल प्रशासन की बेशर्मी, भड़की कांग्रेस

शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे वार्ड में लगी आग से अस्पताल में भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. वार्ड में एक्सपायर हो चुके अग्निशामक यंत्र पाए गए और सुरक्षा अलार्म भी नहीं बज रहे थे जिससे लोगों को निकालने में देरी हुई. हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आरोप से इनकार किया है कि अस्पताल में फायर अलार्म और अन्य सिक्योरिटी सिस्टम काम नहीं कर रहे थे. स्वास्थ्य विभाग संभालने वाले डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि अस्पताल का अग्नि सुरक्षा ऑडिट फरवरी में किया गया था, उसके बाद जून में मॉक फायर ड्रिल की गई थी.

#BreakingNews | झांसी अग्निकांड पर CMS का बेतुका बयान, कहा- 'इलेक्ट्रिकल आइटम है, आग लग सकती है' #JhansiMedicalCollege #JhansiFire #UttarPradesh @GauravRajGuptaa @mayurshukla29 pic.twitter.com/yqDeJhQhLf

— Zee News (@ZeeNews) November 16, 2024

घटना को लेकर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, जो स्वास्थ्य विभाग भी संभालते हैं, ने कहा कि पहली नजर में ऐसा लगता है कि आग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अंदर शॉर्ट सर्किट के कारण लगी. पाठक ने आगे कहा,'आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी, अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.'

इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने भी घटना को दुख का इज़हार किया और मरने वाले बच्चों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये देने का ऐलान किया. साथ ही घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना को हृदय विदारक बताते हुए कहा कि मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी.

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

डोनाल्‍ड ट्रंप का महाप्‍लान, सांस भी नहीं ले पाएगा ईरान, इजरायल के दुश्‍मन को घुटनों पर लाने की तैयारी में अमेरिका!

वॉशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान को कमजोर करने के लिए नए प्लान पर काम कर सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप का नया प्रशासन क्षेत्रीय प्रॉक्सी को फंडिंग और परमाणु हथियार बनाने की ईरान की क्षमता को 'दिवालिया' करने के लिए 'अधिकतम

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now