हुड्डा, सैलजा, सुरजेवाला ... हरियाणा में कांग्रेस की जीत पर इनमें से कोई एक बनेगा CM ? या राहुल देंगे बड़ा सरप्राइज

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनावों की मतगणना में अब कुछ घंटे ही बाकी रह गए हैं। जैसे-जैसे वास्तविक नतीजों की घड़ी नजदीक आ रही है वैसे-वैसे सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। एग्जिट पोल में बीजेपी के सत्ता से बाहर होने की भविष्यवाणी की गई है। अगर एग्जिट

4 1 14
Read Time5 Minute, 17 Second

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनावों की मतगणना में अब कुछ घंटे ही बाकी रह गए हैं। जैसे-जैसे वास्तविक नतीजों की घड़ी नजदीक आ रही है वैसे-वैसे सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। एग्जिट पोल में बीजेपी के सत्ता से बाहर होने की भविष्यवाणी की गई है। अगर एग्जिट पोल के नतीजे हकीकत में तब्दील हुए तो हरियाणा का नया सीएम कौन होगा? इसमें कांग्रेस की तरफ से तीन नामों की चर्चा हो रही है। इनमें पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्‌डा, रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा के नाम शामिल हैं। एग्जिट पोल में कांग्रेस की जीत के बाद बाद हुड्‌डा रविवार शाम को दिल्ली पहुंचे थे।

एग्जिट पोल में कांग्रेस की सरकार
शनिवार शाम को जारी एग्जिट पोल ने सर्वसम्मति से कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की है। जिसमें कांग्रेस को 50-55 सीटें और सत्तारूढ़ बीजेपी को 20-25 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया। हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं। सदन में बहुमत का आंकड़ा 46 है। अगर एग्जिट पोल की भविष्यवाणियां सच साबित होती हैं, तो कांग्रेस के लिए यह बहुत बड़ी राहत होगी। पार्टी नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से राष्ट्रीय स्तर पर संघर्ष कर रही है। एग्जिट पोल में सरकार बनने के बाद कांग्रेस राज्य में सीएम की कुर्सी किसे सौंपेगी? इस पर सस्पेंस बढ़ता जा रहा है। चुनावों में पार्टी ने सीएम फेस घोषित नहीं किया था। कुमारी सैलजा कह रही है कि वह सीएम पोस्ट की दावेदार हैं।


दिल्ली में डाल दिया डेरा
भूपेंद्र सिंह हुड्डा 2005 से 2014 तक सीएम रह चुके हैं। टिकट वितरण में उनके 72 लोगों को टिकट मिले थे। ऐसे में वह रेस में सबसे आगे बने हुए हैं। लोकसभा सांसद और दलित चेहरा कुमारी सैलजा पूर्व में हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष के तौर पर काम कर चुकी हैं। वह भी दावेदारों में शामिल हैं। राष्ट्रीय प्रवक्ता और हरियाणा कांग्रेस के प्रमुख नेता रणदीप सुरजेवाला को भी मुख्यमंत्री पद के शीर्ष दावेदारों में से एक माना जा रहा है। एग्जिट पोल में बीजेपी के एक्जिट के बाद भूपेंद्र हुड्डा ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है। हुड्डा के चुनाव परिणाम घोषित होने तक रहने की उम्मीद है।


सीएम पद पर क्या बोले हुड्‌डा?
जब उनसे यह पूछे जाने पर कि अगर कांग्रेस चुनाव जीतती है तो मुख्यमंत्री कौन होगा? हुड्डा ने कहा कि वे अभी सेवानिवृत्त नहीं हुए हैं। 77 साल के हुड्डा कहते हैं कि यह पार्टी आलाकमान तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा। लोकसभा में सिरसा की सांसद और शीर्ष पद की एक अन्य दावेदार कुमारी शैलजा गांधी परिवार से अपनी निकटता के लिए जानी जाती हैं। मीडिया से बात करते हुए शैलजा ने कहा कि वह कांग्रेस की वफादार सिपाही हैं और हमेशा पार्टी के साथ रहेंगी। सीएम की दौड़ में एआईसीसी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला भी हैं। सुरजेवाला कहा कहना है कि मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षा रखना गलत नहीं है। हम राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए लिए गए फैसले को स्वीकार करेंगे।


हरियाणा के पत्रकारों का आकलन अलग
हरियाणा में कांग्रेस की जीत पर कौन मुख्यमंत्री बनेगा? इस सवाल पर दो पत्रकारों ने अलग आकलन दिया है। स्वर्णिम भारत न्यूज़ से बातचीत में पत्रकार धर्मेंद्र कंवारी कहते हैं कि ये चुनाव दूसरी पीढ़ी के नेताओं को सत्ता सौंपने का चुनाव भी है। भूपेंद्र हुड्डा की चुनाव में पूरी कोशिश अपने बेटे दीपेंद्र को आगे बढ़ाने की थी। दीपेंद्र ने अपने पिता से क़रीब तीन गुणा ज्यादा जनसभाएं की हैं। वे पूरे चुनाव में कांग्रेस के सबसे बड़े कैंपेनर बनकर सामने आए हैं। कंवारी कहते हैं कि जितनी बॉडी लैंग्वेज में समझ पाया हूं, उस हिसाब से मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुख्यमंत्री बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है। वे अपने बेटे दीपेंद्र हुड्डा को कुर्सी पर बिठाना चाहते हैं।


क्या हुड्डा हो सकते हैं रिटायर?
जानकारों का मानना है भूपेंद्र सिंह हुड्डा 77 साल के हो गए हैं। वे उम्र की उस दहलीज पर पहुंच गए हैं, जहां उनका पूरा ज़ोर अपने बेटे को राज्य की राजनीति में स्थापित करने का है। वरिष्ठ पत्रकार आदेश रावल कहते हैं कि इसे लेकर कई प्रयास भी किए गए हैं। रावल की मानें तो कहते हैं कि हुड्डा टीम की तरफ़ से ही ऐसा डेटा जारी किया गया था, जिसमें बताया गया था कि क़रीब 30 टिकटें 50 साल से कम उम्र के उम्मीदवारों को दिए गए हैं और इसमें दीपेंद्र हुड्डा का अहम योगदान है। धर्मेंद्र कंवारी और आदेश रावल के अनुमान के इतर चुनाव प्रचार में राहुल गांधी की दीपेंद्र हुड्‌डा से जुगलबंदी सामने आई थी। एक पोस्ट में दीपेंद्र हुड्‌डा ने लिखा कि मैं आप विश्वास टूटने नहीं दूंगा। इस तस्वीर में दीपेंद्र राहुल गांधी से हाथ मिला रहे थे।

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Shardiye Navratri 2024: नवरात्रि के पांचवें दिन होगी स्कंद माता की उपासना, जानें पूजन विधि और शुभ मुहूर्त

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now