6 दिन में ₹20 लाख करोड़ स्वाहा... भारत छोड़कर कौन-कौन जा रहा है चीन

नई दिल्ली: हफ्ता बदल गया लेकिन स्थिति नहीं बदली। भारतीय बाजार में पिछले हफ्ते पांचों दिन गिरावट रही। आज सुबह बाजार तेजी के साथ खुला लेकिन दिन चढ़ते-चढ़ते बाजार में भारी गिरावट दिखने लगी। कारोबार के दौरान सेंसेक्स में 800 अंक से अधिक गिरावट आई जब

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नई दिल्ली: हफ्ता बदल गया लेकिन स्थिति नहीं बदली। भारतीय बाजार में पिछले हफ्ते पांचों दिन गिरावट रही। आज सुबह बाजार तेजी के साथ खुला लेकिन दिन चढ़ते-चढ़ते बाजार में भारी गिरावट दिखने लगी। कारोबार के दौरान सेंसेक्स में 800 अंक से अधिक गिरावट आई जबकि निफ्टी भी 230 अंक से अधिक गिर गया। पिछले छह दिनों में निवेशकों के करीब 20 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो चुका हैं। विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों से नकदी निकालकर चीन के मार्केट में लगा रहे हैं। अपनी इकॉनमी में जान फूंकने के लिए चीन ने हाल में एक प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी।
वैश्विक ब्रोकरेज फर्म CLSA ने भारतीय इक्विटी में अपना इनवेस्टमेंट घटाकर चीन में निवेश बढ़ा दिया है। CLSA ने कहा कि यह भारत के ओवरवेट को 20% से घटाकर 10% करके चीन को 5% ओवरवेट कर रहा है। विदेशी फर्म का कहना है कि तीन वजहों से भारतीय इक्विटी पर असर हो रहा है। इसमें तेल की कीमत, आईपीओ बूम और खुदरा निवेशकों की भूख शामिल है। फर्म के विश्लेषकों ने कहा कि भारत के चीन से 210% बेहतर प्रदर्शन के बाद रिलेटिव वैल्यूएशन बढ़ा हुआ है। फिर भी भारत में स्केलेबल ईएम ग्रोथ बहुत अधिक है।

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चीन पर संदेह

चीन के शेयरों में उभरते बाजारों से लिक्विडिटी को खत्म कर रही है। विदेशी निवेशक चीनी इक्विटी में निवेश करने के लिए लाइन में लगे हैं। करीब 2-3 साल के खराब प्रदर्शन के बाद चीन के शेयर बाजारों में तेजी लौट आई है। पिछले हफ्ते निफ्टी में 4.5% की गिरावट आई। इस दौरान एफआईआई ने भारत में 40,500 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर बेचे। हालांकि सभी ग्लोबल इनवेस्टर्स चीन नहीं जा रही हैं। इनवेस्को, जेपी मॉर्गन, एचएसबीसी और नोमुरा को चीन सरकार के वादों पर संदेह है।

हॉन्ग कॉन्ग और चीन के लिए इनवेस्को के मुख्य निवेश अधिकारी रेमंड मा ने कहा कि शॉर्ट टर्म में चीन के बाजार आकर्षक लग सकते हैं लेकिन अंत में लोग बुनियादी बातों पर वापस लौटेंगे। इस रैली के कारण कुछ स्टॉक जरूरत से अधिक मूल्यवान हो गए हैं। उनकी वैल्यूएशन उनके इनकम परफॉरमेंस से मेल नहीं खाती है। फ्लोरिडा स्थित GQG पार्टनर्स के राजीव जैन ने कहा कि 2022 के अंत में चीन में महामारी से जुड़ी पांबदियां खत्म होने के बाद यही माहौल दिखा था लेकिन यह कुछ ही दिन में खत्म हो गया था।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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