अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल जाने के बाद भी रिहाई नहीं हो सकी है. असल में जमानत प्रवर्तन निदेशालय वाले केस में मिली है, और दिल्ली के मुख्यमंत्री को सीबीआई ने भी गिरफ्तार किया हुआ है.
अब आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल की सेहत को लेकर चिंता जता रही है. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि जेल में अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल बार बार गिर रहा है, लेकिन स्थिति की गंभीरता पर कोई ध्यानि नहीं दे रहा है - आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह तो अरविंद केजरीवाल की हत्या की साजिश तक का इल्जाम लगा चुके हैं.
सेहत का मुद्दा तो गंभीर बात है, लेकिन जिस तरह का एकतरफा राजनीतिक सपोर्ट आम आदमी पार्टी चाह रही है, कांग्रेस भी उसके लिए राजी होगी कहना मुश्किल है. अरविंद केजरीवाल के मामले में स्वाति मालीवाल केस भी एक कमजोर कड़ी साबित होरहा है.
इंडिया ब्लॉक से इतनी अपेक्षा क्यों है?
संसद में सरकार को घेरने की रणनीति पर विचार करने के लिए बुलाई गई INDIA ब्लॉक की बैठक में भी आप नेताओं ने अरविंद केजरीवाल का मुद्दा उठाया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई बैठक से निकलने के बाद संजय सिंह ने बताया, 'बैठक में अरविंद केजरीवाल जी का मसला भी हम लोगों ने रखा... उनका शुगर लेवल 36 बार 50 से नीचे जा चुका है... हमने इस पर ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी करने की बात की, और एक ज्वाइंट प्रोटेस्ट करने की बात भी रखी है... और इस पर भी आगे फैसला होगा.
अरविंद केजरीवाल की सेहत का मसला कोर्ट में उनके वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने भी उठाया था. सिंघवी ने कोर्ट में कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के शुगर का लेवल 50 तक पहुंच गया, जो बहुत ही खतरनाक है. अभिषेक मनु सिंघवी का यहां तक कहना था, ब्लड शुगर लेवल में अचानक गिरावट आने से ऐसी आशंका बढ़ जाती है कि अगली सुबह मरीज सोकर ही न उठे. अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा था, ‘नींद के दौरान शुगर लेवल में गिरावट जानलेवा हो सकता है, ऐसे में इंसान नींद से नहीं भी जाग सकता है.’
1. जहां तक विपक्षी खेमे से सहयोगी की बात है, आप सांसद राघव चड्ढा चाहते हैं कि इंडिया ब्लॉक के नेता तिहाड़ जाकर दिल्ली के मुख्यमंत्री से मिलते रहें, ताकि मैसेज जाये कि पूरा विपक्ष अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ा है.
2. संजय सिंह चाहते हैं कि अरविंद केजरीवाल के सपोर्ट में इंडिया ब्लॉक की तरफ से संयुक्त बयान जारी किया जाये. आप नेता ये भी चाहते हैं कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर संसद में भी विपक्ष मिलकर हंगामा करे.
लेकिन सवाल ये भी उठता है कि क्या इंडिया गठबंधन का नेतृत्व कर रही कांग्रेस भी अरविंद केजरीवाल के मामले आप नेताओं के मनमाफिक मदद के लिए तैयार है?
कांग्रेस अरविंद केजरीवाल का साथ देगी क्या?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने हाल ही में कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की सेहत को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिये. सांसद संदीप दीक्षित ने कहा था, मैं उम्मीद करूंगा कि ये लोग किसी बड़े नेता के स्वास्थ्य पर राजनीति नहीं करेंगे... अगर आप नेताओं को भी देखें तो ये कहीं भी कुछ भी बोल देते हैं... अगर किसी को बुरा लगे, तो मैं माफी चाहता हूं... लेकिन झूठ बोलना आप की आदत है.
दिल्ली कांग्रेस के नेता तो ज्यादातर मौकों पर अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ ही रहे हैं. संदीप दीक्षित तो शीला दीक्षित के बेटे ही हैं, जो हमेशा ही कांग्रेस के अरविंद केजरीवाल का साथ देने के खिलाफ रहीं.
आपको याद होगा, अरविंद केजरीवाल इंडिया ब्लॉक की बैठक में तब तक शामिल होने को तैयार नहीं हुए थे, जब तक कांग्रेस की तरफ से ये आश्वस्त नहीं किया गया कि दिल्ली सेवा बिल पर संसद में वो आप के साथ खड़ी रहेगी.
फिर भी बतौर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी संसद में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का मुद्दा उठा चुके हैं. राहुल गांधी ने तब नाम तो नहीं लिया था, बल्कि दो मुख्यमंत्रियों को जेल भेजे जाने का जिक्र किया था. तब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी जेल में बंद थे.
वैसे इंडिया गठबंधन के नेताओं, खासकर कांग्रेस की मदद लेने से पहले आम आदमी पार्टी को भी अपने अंदर झांककर और बाहर नजर दौड़ाकर गौर से देखना चाहिये - वो जो कर रही है, और जो चाह रही है वो सब एक जैसा है क्या?
1. इंडिया ब्लॉक में कांग्रेस की हैसियत बदल चुकी है. चुनावों से पहले कांग्रेस को सहयोगियों का मोहताज रहना पड़ रहा था, लेकिन अब राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष बन चुके हैं.
2. गठबंधन में कांग्रेस, टीएमसी और सपा बेहतर और मजबूत स्थिति में आ चुके हैं, सिर्फ आम आदमी पार्टी ही कमजोर है, क्योंकि पंजाब में भी उसे कम ही लोकसभा सीटें मिल पाई हैं - और दिल्ली में तो साफ ही है, लेकिन आप के तेवर कम होने के बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं.
3. लोकसभा चुनाव बीतते ही आप की तरफ से घोषणा कर दी गई कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ उसका कोई गठबंधन नहीं होगा.
4. कुछ दिन बाद दिल्ली कांग्रेस ने भी ऐलान कर दिया कि विधानसभा चुनाव में आप से उसका कोई रिश्ता नहीं रहेगा - और कांग्रेस ने अपनी चुनावी तैयारियां भी तेज कर दी है.
5. ऐसे हालात में भी आम आदमी पार्टी अपनी शर्तों पर कांग्रेस का साथ चाहती है - और तुर्रा ये कि अरविंद केजरीवाल के मामले में सब लोग मिल कर साथ दें.
अरविंद केजरीवाल के मामले में स्वाति मालीवाल केस भी आड़े आएगा ही. स्वाति मालीवाल के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी को अखिलेश यादव को छोड़कर किसी भी सहयोगी दल का साथ नहीं मिला है. अखिलेश यादव ने भी प्रेस कांफ्रेंस में बड़े मुद्दों की बात कर सवाल टाल दिया था.
हां, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ये जरूर कहा था कि अगर स्वाति मालीवाल ने संपर्क किया तो वो उनसे बात करेंगी और उनके साथ खड़ी भी मिलेंगी. ऐसे में राहुल गांधी इस मुद्दे को नरअंदाज कर पाएंगे, लगता नहीं है.
स्वाति मालीवाल ने इंडिया ब्लॉक के नेताओं को पत्र लिख कर मिलने का वक्त मांगा था, ताकि समझा सकें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर उनके साथ मारपीट की घटना कैसे हुई. स्वाति मालीवाल ने राहुल गांधी को भी पत्र लिखा है. निश्चित तौर पर स्वाति मालीवाल की कोशिश इंडिया ब्लॉक में केजरीवाल को अलग थलग करने की ही होगी.
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