पाकिस्तान में शिया-सुन्नी की लड़ाई में गई 150 जानें, एक-दूसरे के लोग उठा ले जाने के बाद सीजफायर

4 1 9
Read Time5 Minute, 17 Second

पाकिस्तान में शिया-सुन्नी संप्रदाय के बीच लंबे समय से जारी हिंसा में अब तक 150 लोगों की मौत हो चुकी है. अकेले रविवार को ही हिंसा में 21 लोग मारे गए, जिसके बाद अब सीजफायर करने का फैसला लिया गया है. इस भीषण हिंसा के बाद दोनों संप्रदायों के बीच एक बैठक हुई. इसमें निर्णय हुआ कि शिया और सुन्नी संप्रदाय के लोग अगले 7 दिनों तक सीजफायर का पालन करेंगे.

ये हिंसा पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा (KPK) प्रांत के कुर्रम जनजातीय जिले में हुई है. खैबर पख्तूनख्वा में शिया-सुन्नी समुदाय के बीच हिंसा 21 नवंबर को शुरू हुई थी. यहां कुर्रम जिले में शिया समुदाय का काफिला गुजर रहा था, जिस पर घात लगाकर हमला किया गया. इस हमले में 42 लोगों की मौत हुई. इसके बाद शिया समुदाय ने जवाबी हमला किया और हिंसा बढ़ती चल गई. दोनों समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मारे गए. हिंसा बढ़ती देख KPK सरकार ने एक हाई लेवल आयोग का गठन किया.

कैदियों की अदला-बदली करेंगे शिया-सुन्नी

KPK प्रांत की सरकार के प्रवक्ता बैरिस्टर मुहम्मद अली सैफ ने बताया कि समझौते के तहत दोनों समुदाय के बुजुर्गों ने फैसला किया कि मारे गए लोगों के शव एक दूसरे को लौटा दिए जाएं. बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि जिन लोगों को कैदी बनाया गया था, उन्हें भी लौटा दिया जाएगा.

Advertisement

दोनों समुदाय केनेताओं के बीच मीटिंग

सैफ ने बताया कि जनजातियों के बीच 7 दिनों के लिए युद्ध विराम पर सहमति बनी है. दोनों पक्ष कैदियों की अदला-बदली करने और मृतकों के शव लौटाने पर भी सहमत हैं. कैदियों में महिलाएं भी शामिल हैं. सैफ ने बताया कि सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को सुन्नी जनजाति के नेताओं से मिलने से पहले 23 नवंबर को शिया जनजाति के सदस्यों से मुलाकात की और युद्ध विराम समझौते के बाद पेशावर लौट आया.

पाकिस्तान में जारी है शिया-सुन्नी विवाद

बता दें कि हिंसा के बाद शनिवार को मरने वालों का आंकड़ा 82 था, तब सामने आया था कि मरने वालों में 16 सुन्नी तो वहीं 66 शिया समुदाय के हैं. पाकिस्तान के KPK प्रांत में हिंसा भले ही 21 नवंबर को शुरु हई है, लेकिन शिया और सु्न्नी समुदाय के बीच झगड़ा लगातार चल रहा है. गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ महीनों में यहां 150 लोग हिंसा के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं.

जमीन को लेकर शुरू हुई थी हिंसा

सुन्नी बहुल पाकिस्तान में शिया समुदाय की आबादी 15 प्रतिशत है. आमतौर पर पाकिस्तान में शिया-सु्न्नी समूह शांति के साथ रहता है, लेकिन तनाव बरकरार है. हालांकि, इस क्षेत्र में सांप्रदायिक संघर्ष का इतिहास रहा है. यहां आतंकी समूह पहले शिया अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते थे, लेकिन मौजूदा हिंसा जमीन विवाद से जुड़ी हुई है. 21 नवंबर को शियाओं के काफिले पर हुई हिंसा की जिम्मेदारी अब तक किसी ने नहीं ली है.

Live TV

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Rajasthan Bypoll 2024 Result: मतदाताओं ने परिवारवाद को नकारा, भाजपा ने सात में से पांच सीटों पर लहराया परचम

स्वर्णिम भारत न्यूज़ संवाददाता, जयपुर। विधानसभा की सात सीटों पर हुए उप चुनाव का परिणाम आने के साथ ही मतदाताओं ने कई दिग्गज नेताओं के भ्रम को तोड़ दिया। उपचुनाव में मतदाताओं ने परिवारवाद को पूरी तरह से नकार दिया। दौसा सीट पर भाजपा के दिग्गज नेता और प्

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now