यूपी के संभल में मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को खूब बवाल हुआ. हिंसा में तीन लोगों की मौत भी हुई है. अधिकारियों ने बताया कि तीनों मृतकों का नाम नोमान, बिलाल और नईम है. मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि आखिर हिंसा कैसे भड़की.
आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि सर्वे के लिए इंतजामिया कमेटी को शनिवार को बुलाया गया था. रविवार सुबह करीब साढ़े सात बजे सर्वे शुरू हुआ. 10 बजे ये पूरा भी हो गया. अधिकारी ने बताया कि उस वक्त तक टीम पर कोई पथराव भी नहीं हुआ था. आंजनेय कुमार ने बताया कि हमारी इंटेलिजेंस ने जो इनपुट दिए थे उससे ज्यादा पुलिस बल को तैनात किया गया था.
मस्जिद से ऐलान और...
अधिकारी ने बताया कि मस्जिद से जैसे ही ऐलान हुआ कि सर्वे पूरा हो गया है तभी पत्थरबाजी होने लगी. फॉयरिंग होने लदी. अचानक भीड़ आ गई. अधिकारी ने स्पष्ट किया कि हिंसा में कोई नमाजी नहीं था. 10 बजे तक सब नार्मल था. नखासा थाना इलाके में ज्यादा पत्थरबाजी हुई. अधिकारी ने बताया कि अब हालात बेहतर हैं और मामले की मैजिस्ट्रीयल जांच की जाएगी.
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20 पुलिसकर्मी घायल
अधिकारी ने बताया कि हिंसा में 4 पुलिस अधिकारी और 20 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. एक डिप्टी कलेक्टर भी घायल हुए हैं. मुरादाबाद कमिश्नर ने साफ किया कि पुलिस की ओर से फायरिंग नहीं की गई है. उन्होंने ये भी साफ किया कि सर्वे के दौरान मस्जिद के इमाम का पूरा सहयोग था.
गोली लगने से नहीं हुई मौत...
अधिकारी ने बताया कि बिलाल के शव की प्रारंभिक जांच में गोली लगने की बात सामने नहीं आई है. फिलहाल पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, ताकि साफ हो सके कि मौत कैसे हुई और बाकी दो लोगों का पोस्टमार्टमहोना बाकी है.
एसपी ने क्या बताया...
संभल में पथराव की घटना पर एसपी कृष्ण कुमार ने कहा, 'पत्थरबाजों ने पुलिसकर्मियों की गाड़ियों में आग लगाकर उन्हें निशाना बनाने की कोशिश की है. उनके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. ड्रोन से वीडियोग्राफी की गई है. सीसीटीवी कैमरों की मदद से इन सभी लोगों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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