0.05 सेकेंड, 2 सेंटीमीटर... कैसे ट्रंप पर चली गोली बन गई अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का टर्निंग प्वाइंट

4 1 8
Read Time5 Minute, 17 Second

20 साल के थॉमस मैथ्यू क्रुक्स ने पेंसिलवेनिया के बटलर पार्क में डोनाल्ड ट्रंप पर गोली चलाई थी. AR Style 556 राइफल से चलाई गई गोली से ट्रंप बच तो गए लेकिन उनके कान में चोट लग गई. कुछ सेकेंड के लिए लगा कि कहानी खत्म. लेकिन वो 'कुछ सेकेंड' ही अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का टर्निंग प्वाइंट बन गए.

ट्रंप अगर अपना सिर दाहिनी तरफ न घुमाते तो इस इलेक्शन में उनका जीतना तो छोड़िए, उनका शायद जीवित रहना भी मुश्किल होता. जिस तरह से ट्रंप उस गोली से बचे वो किसी चमत्कार से कम नहीं है. उन्होंने 0.05 सेकेंड के अंतर पर सिर घुमाया. गोली सिर के बजाय दाहिने कान को छेद कर निकल गई.

यह भी पढ़ें: कान के बगल से गुजरती दिखी गोली... जानिए ट्रंप पर किस बंदूक से किया गया हमला

donald trump assassination, turning point of US Presidential Election
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद पाम बीच पर लोगों को संबोधित करते डोनाल्ड ट्रंप. (फोटोः एपी)

ड़ोनाल्ड ट्रंप ने उस समय खुद भी यह बात मानी थी कि मौत और उनके बीच मिलिसेकेंड्स का अंतर था. अगर आप ध्यान से ट्रंप पर हुए हमले का उस समय का वीडियो देखें यह जानकारी पता चलेगी. ट्रंप पोडियम से भाषण देते समय अपने दाहिने तरफ लगी स्क्रीन पर अवैध इमीग्रेशन का आंकड़ा देखते हैं. तभी गोली चली. ट्रंप का सिर दाहिने घूमा. गोली कान छेदते हुए निकल गई. इसके बाद ट्रंप झुक गए.

Advertisement

फाइट... फाइट... फाइट कहते हुए स्टेज से गए थे ट्रंप

गोली की आवाज आई. गोली कान छेदकर निकली. ट्रंप ने हाथ से दाहिने कान को छूकर देखा. हाथ में खून लगा. तुरंत गोली आने की दिशा में देखते हुए झुक गए. पहली गोली के पांच सेकेंड बाद दूसरा राउंड फायर हुआ.

यह भी पढ़ें: Minuteman-3 Missile: अमेरिका दागने वाला है अपनी सबसे ताकतवर परमाणु मिसाइल, जानिए क्यों?

सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ने स्टेज पर जाकर ट्रंप के चारों तरफ ह्यूमन शील्ड बनाया. तब तक हथियारबंद सैनिकों ने स्टेज पर पोजिशन ली. कुछ ही सेकेंड के बाद छत पर मौजूद स्नाइपर ने हमलावर को गोली मार दी. सीक्रेट सर्विस एजेंट्स के बीच से हाथ उठाकर फाइट, फाइट, फाइट कहते हैं. ट्रंप को सीधे उनकी कार में ले जाया जाता है.

donald trump assassination, turning point of US Presidential Election

कितनी ताकतवर है वो बंदूक जिससे ट्रंप को मारी गई थी गोली

जांच में पता चला कि थॉमस ने जिस AR Style 556 राइफल का इस्तेमाल किया, वो वैध तरीके से खरीदी गई थी. ये करीब 3 किलोग्राम वजन की सेमी-ऑटोमैटिक असॉल्ट राइफल है. जिसकी लंबाई करीब 35 इंच होती है. इसकी नली 16.10 इंच की होती है. यानी लंबी दूरी तक टारगेट हिट करने की क्षमता होती है.

इमीग्रेशन चार्ट ने ट्रंप की जान बचाई

Advertisement

अगर ट्रंप उस इमीग्रेशन चार्ट को देखने के लिए नहीं मुड़ते तो गोली उनके दाहिनी कनपटी के आगे लगती और सिर के पीछे से निकल जाती. ऐसे में ट्रंप का जीवित रहना असंभव हो जाता. असल में गोली के टारगेट तक पहुंचने के पीछे साइंस काम करता है.

यह भी पढ़ें: स्टेल्थ फाइटर जेट Su-57 चीन पहुंचा, रूस भारत को भी देने की कोशिश में, जानिए ताकत

कैसे बचाए जाते हैं ऐसे हमलों से VIP?

ऐसी रैलियों में सीक्रेट सर्विस के लोग कुछ खास साइंटफिक यंत्रों और तरीकों का इस्तेमाल करते हैं. ये तरीके, उनके यंत्र, उनकी प्रैक्टिस, त्वरित कार्रवाई ही वीआईपी को ऐसे हमलों से बचा पाती है.

donald trump assassination, turning point of US Presidential Election

एकॉस्टिक डिटेक्शन ...

सीक्रेट सर्विस के पास अत्याधुनिक एकॉस्टिक डिटेक्शन सिस्टम होता है. यानी गोली चलने से जो आवाज पैदा होती है, उसे पहचानने वाला यंत्र. गोली से पैदा होने वाले सोनिक बूम को पहचानता है. गोली चलते ही यह यंत्र सीक्रेट सर्विस एजेंट्स को सतर्क कर देता है. वो गोली चलने की दिशा में एक्शन लेने लगते हैं.

बैलिस्टिक ट्रैजेक्टरी एनालिसिस...

सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स गोली के आने की दिशा और गति को समझने के लिए ट्रेंड होते हैं. वो गोली के आने की दिशा के मुताबिक VIP की सुरक्षा करते हैं. जैसे ही गोली ट्रंप के कान पर लगकर निकलती है, एजेंट्स ये जान जाते हैं कि गोली किधर से आई. उसी तरफ से ट्रंप को पहले कवर किया जाता है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: रेत के नीचे छिपे जिस सेंटर से ईरान ने दो बार दागी हाइपरसोनिक मिसाइलें, इजरायल ने किया तबाह

रिएक्शन टाइम और ट्रेनिंग...

सीक्रेट सर्विस एजेंट्स के रिफ्लेक्सेस काफी तेज होते हैं. गोली की आवाज के साथ ही वो तेजी से अपने वीआईपी को बचाने या फिर हमलावर को मारने के लिए एक्शन लेते हैं.

मोशन का फिजिक्स...

फिजिक्स का वह नियम जो किसी भी वस्तु की गति, दिशा की समझ पैदा करता है. इन चीजों को समझ कर ही सीक्रेट सर्विस एजेंट्स गोली के आने की दिशा आदि की जानकारी हासिल कर पाते हैं. जब भी गोलियों के चलने की जांच की जाती है, तब उस समय हवा की गति, एंगल, हवा में नमी की भी जांच की जाती है.

Live TV

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

हरियाणा में 2 लाख परिवारों को जल्द मिलेंगे 100 गज के प्लॉट, CM नायब सैनी का एलान

संवाद सहयोगी, लाडवा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रथम चरण में मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना (CM Awas Yojana) के तहत रिहायशी भूमि से वंचित 2 लाख योग्य प्रार्थियों को जल्द ही 100-100 गज के प्लॉट देगी। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वार

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now