LAC पर भारत-चीन ने हटाए 5 टेंट, कई टेंपरेरी स्ट्रक्चर भी तोड़े गए, शुरू हुई डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया

4 1 8
Read Time5 Minute, 17 Second

भारत-चीन के बीच सीमा पर पिछले चार साल से चल रहा तनाव अब धीरे-धीरे खत्म होने की ओर बढ़ रहा है. दो दिन पहले ही रूस के कज़ान में PM नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच BRICS समिट से इतर द्विपक्षीय बा​​​​तचीत हुई थी जिसका असर अब बॉर्डर पर भी देखने को मिल रहा है. इस दौरान भारत ने आपसी विवादों और मतभेदों को ठीक से सुलझाने पर जोर दिया था.

चार दिन पहले हुए समझौते और मोदी जिनपिंग की मुलाकात के बाद पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सेनाओं का डिसइंगेजमेंट यानी सैनिकों की वापसी शुरू हो गई है. देपसांग और डेमचौक में स्थानीय कमांडर डिसइंगेजमेंट पर नजर रख रहे हैं. इस बीच डेमचौक में बडा डेवलेपमेंट हुआ है दोनों तरफ से अब तक पांच पाच टेंट हटा लिए गए है. ये प्रक्रिया जारी है.

गुरुवार रात तक लगभग आधा काम पूरा हो चुका है. एक बार जब सभी टेंट और अस्थायी ढांचे पूरी तरह से हटा दिए जाएंगे, तो एक संयुक्त सत्यापन प्रक्रिया शुरू होगी. सत्यापन जमीन पर और हवाई सर्वेक्षण दोनों के माध्यम से किया जाएगा, हालांकि वर्तमान में दोनों पक्षों के बीच आपसी विश्वास के आधार पर ऑपरेशन आगे बढ़ रहे हैं.

पीछे हट रहे हैं दोनों देशों के सैनिक
डेमचौक में, भारतीय सैनिक चार्डिंग नाला के पश्चिमी हिस्से की ओर पीछे हट रहे हैं तो चीनी सैनिक नाला के पूर्वी हिस्से की ओर पीछे हट रहे हैं. दोनों तरफ करीब 10 से 12 अस्थायी ढांचे और करीब 12 तंबू बने हुए हैं जिन्हें हटाने की तैयारी है.

Advertisement

उधर देपसांग में चीनी सेना के पास टेंट नहीं हैं, लेकिन उन्होंने गाड़ियों के बीच तिरपाल का इस्तेमाल कर अस्थायी आश्रय स्थल बनाए हैं. देपसांग में अब तक आधे ढांचे हटाए जा चुके है. चीनी सेना ने इलाके में अपने वाहनों की संख्या कम कर दी और भारतीय सेना ने भी वहां से कुछ सैनिक कम कर दिए.

ढांचे हटने के बाद शुरू होगी 22वें राउंड की वार्ता
आपको बता दें कि प्रत्येक सुबह, दोनों देशों के स्थानीय सैन्य कमांडर दिन के लिए नियोजित कार्यों पर चर्चा करने के लिए हॉटलाइन कॉल करते हैं. वे प्रतिदिन एक या दो बार तयशुदा प्वॉईंट पर मिलते हैं. गलवान सहित चार बफर जोन पर चर्चा अभी तक नहीं हुई है. एक बार जब डेमचोक और देपसांग में गश्त फिर से शुरू हो जाती है और विश्वास स्थापित हो जाता है, तो कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता बफर जोन में गश्त फिर से शुरू करने पर केंद्रित होगी.

डेमचोक और देपसांग मैदानों से अस्थायी ढांचों को पूरी तरह से हटाने और गश्त फिर से शुरू होने के बाद कोर कमांडर स्तर की 22वें दौर की वार्ता की उम्मीद है. इन उच्च-स्तरीय चर्चाओं के लिए अभी तक कोई तारीख तय नहीं की गई है.

Live TV

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

खालिस्तान समर्थक आतंकी पन्नू के खिलाफ एक्शन में NIA, चंडीगढ़ और अमृतसर में संपत्ति जब्त

एएनआई, चंडीगढ़। खालिस्तान के समर्थक और आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कड़ा रुख अपनाया है। एएनआई पन्नू के खिलाफ छह मामलों की जांच कर रही हैं। इस बीच चंडीगढ़ में पन्नू की तीन संपत्तियों को कुर्क किया गया है। इसके अलावा अमृत

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now