महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और तीन बार के विधायक बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में मुंबई पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बहराइच से दो लोगों को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति का नाम हरीश है, जिसकी स्क्रैप की दुकान पर पुणे में धर्मराज और शिवप्रसाद गौतम काम करते थे. जबकि दूसरा व्यक्ति शूटर धर्मराज का भाई है.
जानकारी के मुताबिक, पुणे में कबाड़े की दुकान चलाने वाले हरीश ने बाबा सिद्दीकी का मर्डर करने वाले शिवप्रसाद और धर्मराज को कुछ ही दिन पहले नया मोबाइल खरीद कर दिया था. इसके साथ ही हरीश को इस वारदात की पूरी जानकारी भी थी.पुलिस ने जिस दूसरे शख्स को हिरासत में लिया है, उसका नाम अनुराग कश्यप है और वो शूटर धर्मराज कश्यप का भाई है.
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पटाखे की आवाज के बीच हो गया था बाबा सिद्दीकी का मर्डर
बाबा सिद्दीकी को विजयादशमी के अवसर पर बांद्रा में दफ्तर के बाहर ही गोलियां मार दी गई थीं. लोग पटाखे फोड़ रहे थे. रात 9 बजकर 15 मिनट से लेकर 9 बजकर 20 मिनट के बीच बाबा सिद्दीकी अपने बेटे के दफ्तर से निकले. इसी दौरान बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग की गई. मुंह पर रूमाल बांधकर तीन लोग अचानक गाड़ी से उतरे और बाबा सिद्दीकी पर छह राउंड फायरिंग की. इनमें से तीन गोलियां बाबा सिद्दीकी को लगी. उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है हत्या की जिम्मेदारी
बाबा सिद्दीकी की हत्या करने की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है. हरियाणा के कैथल के रहने वाले गुरमैल सिंह, यूपी के बहराइच के रहने वाले धर्मराज कश्यप और शिव कुमार ने बाबा सिद्दीकी पर गोलियां चलाई थीं. इस मामले में पुलिस ने गुरमैल सिंह और धर्मराज कश्यप को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में जीशान, शुभम लोनकर और शिव कुमार फरार हैं. हालांकि पुलिस शुभम लोनकर के भाई प्रवीण को गिरफ्तार कर चुकी है.
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