पाकिस्तान के अशांत उत्तर-पश्चिम में स्थित कुर्रम जिले में शिया और सुन्नी कबीलों के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान मंगलवार को कम से कम 10 लोग मारे गए और 21 अन्य घायल हो गए. सरकार द्वारा संघर्ष विराम के आयोजन के बावजूद हिंसक झड़पें जारी हैं. मंगलवार को यह संघर्ष गोजाघारी, मातासानगर और कुंज अलीजाई क्षेत्रों में हुआ.
कुर्रम के डिप्टी कमिश्नर जावेदुल्लाह महसूद ने कहा कि एक समझौता हुआ है जिसके तहत संघर्ष विराम को 10 दिनों के लिए बढ़ाने पर सहमति हुई है. उन्होंने यह भी बताया कि बीते हफ्ते में 100 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 180 अन्य घायल हुए हैं. सभी दल कल से अपनी पोजीशन खाली करेंगे, जबकि पुलिस और सेना के कर्मी कुर्रम में तैनात रहेंगे.
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यात्री वैन पर हमले के बादभड़की हिंसा
कुर्रम जिले में अलीजाई और बगान कबीलों के बीच हिंसा पिछले शुक्रवार को उस समय शुरू हुई जब पराचनार के पास एक यात्री वैन के काफिले पर हमले में 47 लोग मारे गए. शुक्रवार और शनिवार के बीच हुई हिंसा में कम से कम 37 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हुए थे. इस हमले की जिम्मेदारी अब तक किसी ने नहीं ली है.
हालांकि रविवार को स्थानी शासन दल और दोनों समुदायों के बुजुर्गों के बीच बैठकों के बाद शिया और सुन्नी समुदायों के बीच सात दिनों के लिए संघर्ष विराम कराया गया था, लेकिन फिर भी झड़पें चलती रहीं. हालांकि, बाद में इसे बढ़ा दिया गया है और अब भी हिंसा जारी है.
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अस्पताल में दवाई की कमी, मर रहे लोग
कुर्रम जिला मुख्यालय अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर मीर हसन खान ने कहा कि पराचनार के लिए जाने वाली सड़कों के बंद होने की वजह दवाओं की कमी हो रही है, जिससे इलाज में मुश्किल हो रही है और "लोग अपनी जान गंवा रहे हैं." इस क्षेत्र में हिंसा मानो आम बात है और पहले भी यह क्षेत्र हिंसा की चपेट में रहा है. पाकिस्तान में 15 फीसदी सुन्नी मुसलमान हैं, लेकिन कुर्रम क्षेत्र में तनाव अक्सर बना रहता है.
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