ट्रंप VS कमला... अमेरिका में वोटिंग जारी, लेकिन इन वजहों से चुनावी नतीजों में हो सकती है देरी

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अमेरिका में आज (5 नवंबर) राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है. सर्वे बता रहे हैं कि ट्रंप और हैरिस में कांटे की टक्कर है. सभी की नजर चुनावी नतीजों पर है. कहा जा रहा है कि आज साफ हो जाएगा कि आखिर व्हाइट हाउस पर किसका कब्जा होगा. लेकिन अमेरिका के पिछले आंकड़े बताते हैं कि नतीजों में कुछ देरी भी हो सकती है. ऐसा ही कुछ साल 2020 में हुआ था जब नतीजे 4 दिन की देरी से आए थे.

पिछले चुनाव में देरी से आए थे नतीजे

नवंबर 2020 में जब अमेरिकियों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान किया था तो वोटिंग के चार दिन बाद जो बाइडन को विजेता घोषित किया गया था. इसका सबसे बड़ा कारण था महत्वपूर्ण बैटलग्राउंड राज्यों में कांटे की टक्कर का होना. वहीं, कोरोना के चलते चुनौतियां और बढ़ गई थीं.

हालांकि, उसके बाद से कुछ राज्यों ने काउंटिंग को तेज करने के लिए चुनावी कानूनों में बदलाव किया है. कहा जा रहा है कि इस बार नतीजे जल्दी आएंगे लेकिन फिर भी एक बात निश्चित है कि चुनाव की रात परिणाम का ऐलान नहीं होगा.

कब शुरू होगी वोटिंग?

5 नवंबर को मतदान शुरू होने का कोई तय समय नहीं है. अधिकांश राज्यों में मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होगा, जबकि कुछ राज्यों में यह 5 बजे से लेकर 10 बजे तक भी शुरू हो सकता है. कुछ राज्यों जैसे न्यू हैम्पशायर, टेनेसी और वॉशिंगटन में विभिन्न काउंटियों या नगरपालिकाओं के आधार पर मतदान का समय अलग-अलग तय किया जाता है.

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वोटिंग का समापन भी अलग-अलग समयों पर होगा. कुछ राज्यों में, जैसे कि इंडियाना और केंटकी, मतदान शाम 6 बजे (US पूर्वी समयानुसार 11 बजे GMT) तक समाप्त हो जाएगा, जबकि हवाई और अलास्का जैसे पश्चिमी राज्यों में पोल रात 12 बजे (US पूर्वी समयानुसार 5 बजे GMT) तक खुले रहेंगे.

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मतों की गिनती कब शुरू होगी?

वोटिंग समाप्त होने के तुरंत बाद परिणामों की घोषणा में कई बाधाएं हो सकती हैं. उदाहरण के लिए, एरिजोना में राज्य कानून के तहत मतदाता अपने भरे हुए बैलट्स मतदान केंद्र पर चुनाव दिवस या उससे एक दिन पहले भी जमा कर सकते हैं. हालांकि, ये "लेट अर्ली" बैलट्स मतदान समाप्त होने के बाद ही गिने जा सकते हैं.

पेंसिल्वेनिया में, जहां 19 इलेक्टोरल वोट हैं यहां चुनावी नतीजे घोषित करने में ज्यादा समय लग सकता है. इसका कारण यह है कि पेंसिल्वेनिया में चुनाव अधिकारियों को मेल द्वारा भेजे गए बैलट्स को चुनाव के दिन सुबह 7 बजे से पहले प्रोसेस करने की अनुमति नहीं है. इससे परिणामों के घोषित होने में 24 घंटे से ज्यादा का समय लग सकता है.

इसके अलावा, मिशिगन और नेवादा ने 2020 के बाद चुनाव परिणामों की गिनती को तेज करने के लिए बदलाव किए हैं. इन राज्यों में अब मतदान से पहले बैलट्स को प्रोसेस किया जा सकता है. जबकि उत्तर कैरोलिना में हाल ही में आए तूफान हेलिन के कारण वोट गिनने की प्रक्रिया में और देरी हो सकती है.

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परिणामों में देरी क्यों हो सकती है?

जनवरी 2020 में, पेंसिल्वेनिया और एरिजोना जैसे राज्यों में कई रिपब्लिकन कांग्रेस सदस्यों ने बाइडन द्वारा जीते गए परिणामों पर आपत्ति जताई थी. इसके अलावा, सात स्विंग राज्यों में कुछ लोग जो खुद को चुनावी कॉलेज के सदस्य बता रहे थे उन्होंने ट्रंप को उनके राज्य का विजेता घोषित करने की कोशिश की थी. उन्होंने अपने वोट कांग्रेस को भेजे थे, जो आधिकारिक परिणामों पर संदेह पैदा करने का प्रयास था. ऐसे में तमाम चुनावी बाधाओं के चलते ये कहा जा सकता है कि नतीजों में देरी हो सकती है.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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