गाजा में मारा गया हमास चीफ सिनवार, DNA टेस्ट के बाद इजरायल ने की पुष्टि

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हमास नेता याह्या सिनवार की मौत को लेकर फिर से चर्चाएं तेज हो गई हैं. इजरायली रक्षा बलों ने गुरुवार को एक बार फिर कहा कि वे पुष्टि करने की कोशिश कर रहे हैं कि गाजा में एक दिन पहले मारे गए तीन आतंकवादियों में से एक हमास प्रमुख याह्या सिनवार था. जानकारी के अनुसार, इजरायल ने अमेरिकी अधिकारियों को भी सिनवार की मौत की खबर दे दी है. हालांकि, अभी डीएनए रिपोर्ट का इंतजार है.दरअसल, एक वरिष्ठ इजरायली अधिकारी ने कहा कि इस हमले में मारा गया एक शख्स याह्या सिनवार था जो 7 अक्तूबर को इजरायल में हुए बड़े हमले का मास्टरमाइंड था. अधिकारी ने कहा कि IDF द्वारा मारे गए आतंकवादी सिनवार होने की संभावना ज्यादा है.

जानें क्या है पूरा मामला

IDF ने अपने बयान में कहा, 'इस समय आतंकवादियों की पहचान की पुष्टि नहीं की जा सकती.' दरअसल, इजरायली सैनिकों ने गाजा की एक इमारत पर बुधवार को हमला किया था. इसमें तीन लोग मारे गए थे. सैनिकों ने गुरुवार को इमारत में प्रवेश किया तो उन्हें पता चला कि एक मृत शख्स सिनवार की तरह दिखता है. तभी से ये अटकलें तेज हो गई हैं कि सिनवार की मौत हो गई है.

पहले भी आई थी सिनवार की मौत की खबर

दरअसल, कुछ दिनों पहले यह खबर आई थी कि इजरायल, गाजा शहर में विस्थापित फिलिस्तीनियों को आश्रय देने वाले एक स्कूल पर रॉकेट हमले में सिनवार की हत्या की संभावना की जांच कर रहा है. हालांकि, कतर के एक सीनियर राजनयिक ने जेरूसलम पोस्ट को विशेष रूप से बताया कि सीधे संपर्क की खबरें झूठी थीं. राजनयिक के मुताबिक, हमास के एक सीनियर नेता खलील अल-हयाह के जरिए संपर्क स्थापित किया गया था.

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कौन है याह्या सिनवार?

इजरायल पर 7 अक्टूबर को हुए हमलों के पीछे का मास्टरमाइंड याह्या सिनवार इस साल अगस्त में हमास प्रमुख बना था, जब इस्माइल हनीया की ईरान में एक विस्फोट में हत्या कर दी गई थी. 1962 में जन्मे सिनवार हमास के शुरुआती सदस्यों में से एक था. हमास का गठन 1987 में हुआ था.

सिनावर ने हमास की सुरक्षा शाखा का नेतृत्व किया, जिसने संगठन से इजरायली जासूसों को बाहर निकालने का काम किया. उसे 1980 के दशक के अंत में इजरायल द्वारा गिरफ्तार किया गया था और सिनवार ने 12 संदिग्ध सहयोगियों की हत्या करने की बात स्वीकार की थी, जिसके कारण उसे "खान यूनिस का कसाई" कहा जाने लगा था. आखिरकार, सिनवार को उसके अपराधों के लिए चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई, जिसमें 2 इजरायली कर्मियों की हत्या भी शामिल थी.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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