संजय राउत की बात कांग्रेस को लग गई बुरी, नाना पटोले ने दिखाए तेवर

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महाराष्ट्र में भी सियासी हलचल तेज हो गई है. हरियाणा में कांग्रेस की हार पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी, जिसके बाद बुधवार को महाविकास अघाडीकी बैठक से पहलेकांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने राउत पर पलटवार किया. नाना पटोले ने राउत के बयान पर आपत्ति जताई है.

नाना पटोले ने कहा है कि हरियाणा और महाराष्ट्र की राजनीतिक पृष्ठभूमि अलग-अलग है. महाराष्ट्र में ज्योतिबा फुले और आंबेडकर की विचारधारा है. उन्होंने कहा कि संजय राउत नेकिस आधार पर लिखा और कहामुझे नहीं पता, लेकिन आप सार्वजनिक रूप से गठबंधन पर इस तरह से आरोप नहीं लगा सकते. संजय राउत के बयान से हमें आपत्ति है. पटोले ने दावा किया कि लोकसभा से बेहतर प्रदर्शन विधानसभा में होगा.

वहीं, संजय राउत के बयान पर एनसीपी (शरद पवार) के नेता जितेंद्र अव्हाडने कहा कि गठबंधन की सरकार कैसे चलती है, इसके बारे में शरद पवार से बेहतर कोई नहीं जानता. एक बार उन्होंने कह दिया कि सब साथ चलेंगे तो सब साथ चलेंगे.

दरअसल मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में महाविकास अघाडी की मैराथन बैठकें चल रही हैं. बुधवार को लगातार तीसरे दिन बैठक जारी है.

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क्या कहा था संजय राउत ने?

संजय राउत ने बुधवार सुबह हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव नतीजों पर बयान दिया था. उन्होंने हरियाणा में बीजेपी की जीत और कांग्रेस के प्रदर्शन पर भी बात रखी थी.

उन्होंने कहा था कि हरियाणा में INDIA गठबंधन नहीं बन पाया क्योंकि कांग्रेस को लगता था कि वो अपनी ताकत पर जीत जाएंगे तो सत्ता में कोई और भागीदार नहीं चाहिए. कांग्रेस के जो नेता हैं हुड्डा जी उन्हें लगा कि वो ही जीतेंगे... मैं मानता हूं कि भाजपा ने जो चुनाव लड़ा है वो बहुत ही बेहतरीन तरीके से लड़ा है. हारी हुई बाजी भाजपा ने जीत ली है ये मानना पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि देश में ऐसा कोई नहीं कह रहा था कि बीजेपी जीत रही है, लेकिन बीजेपी आ गई. बीजेपी को मानना पड़ेगा.

हरियाणा में बीजेपी की हैट्रिक

हरियाणा में बीजेपी ने हैट्रिक लगा दी है. ये अपने आप में रिकॉर्ड है, क्योंकि हरियाणा में कभी भी कोई पार्टी लगातार तीसरी बार चुनाव नहीं जीती है. इतना ही नहीं, हरियाणा के इतिहास में बीजेपी का ये अब तक की सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस भी हैं. बीजेपी इससे पहले कभी भी इतनी ज्यादा सीटें नहीं जी सकी है.

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इस बार बीजेपी ने 2014 और 2019 से भी बड़ी जीत हासिल करते हुए 48 सीटें जीत ली हैं. 2014 में बीजेपी ने 47 और 2019 में 40 सीटें जीती थीं.

वहीं, नतीजों से पहले तक कांग्रेस की वापसी का अनुमान लगाया जा रहा था. लेकिन कांग्रेस इस बार 37 सीटें ही जीत सकी. 2 सीटें इनेलो को मिली हैं. वहीं, तीन निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं.

महाराष्ट्र में इस साल होने हैं चुनाव

महाराष्ट्र में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. विधानसभा का कार्यकाल इस साल 26 नवंबर को खत्म हो जाएगा. अक्टूबर-नवंबर में यहां की 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होंगे.

पिछले चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं. हालांकि, चुनाव के बाद शिवसेना एनडीए से अलग हो गई और उसने एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली. शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने.

जून 2022 में शिवसेना में आंतरिक कलह हो गई. इसके बाद एकनाथ शिंदे ने पार्टी के 40 विधायकों को तोड़ दिया. एकनाथ शिंदे बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए. अब शिवसेना दो गुटों में बंट चुकी है. शरद पवार की एनसीपी भी दो गुट- शरद पवार और अजित पवार में बंट गई है. शरद पवार ने हाल में दावा किया है कि महाराष्ट्र में इस साल चुनाव में महाविकास अघाड़ी (एनसीपी (एसपी)+ कांग्रेस+ शिवेसना (ठाकरे गुट)) 225 सीटें जीतेगी.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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