Car Servicing: सामान्य तौर पर, कार निर्माता हर 6 महीने या 10,000 किलोमीटर, जो भी पहले हो, सर्विसिंग करवाने की सलाह देते हैं. लेकिन, कुछ कारों के लिए सर्विसिंग का अंतराल अलग भी हो सकता है. आप अपनी कार के मैनुअल में देखकर सही सर्विसिंग अंतराल का पता लगा सकते हैं.
यहां कुछ बातें बताई गई हैं जिन पर आपको कार की सर्विसिंग करवाते समय ध्यान देना चाहिए:
नई कार: नई कार के लिए, पहली सर्विसिंग आमतौर पर 1,000 किलोमीटर के बाद करवाई जाती है. इसके बाद, कार निर्माता द्वारा निर्धारित सर्विसिंग अंतराल का पालन करें.
पुरानी कार: पुरानी कारों के लिए, सर्विसिंग अंतराल कम हो सकता है. यदि आपकी कार 5 साल से अधिक पुरानी है, तो हर 3 महीने या 5,000 किलोमीटर पर सर्विसिंग करवाना बेहतर है.
कम इस्तेमाल होने वाली कार: यदि आप अपनी कार का कम इस्तेमाल करते हैं, तो भी आपको नियमित रूप से सर्विसिंग करवाते रहना चाहिए. कम से कम साल में एक बार सर्विसिंग जरूर करवाएं.
अधिक इस्तेमाल होने वाली कार: यदि आप अपनी कार का अधिक इस्तेमाल करते हैं, तो आपको अधिक बार सर्विसिंग करवाने की आवश्यकता हो सकती है. हर 4 महीने या 8,000 किलोमीटर पर सर्विसिंग करवाना बेहतर हो सकता है.
ड्राइविंग की स्थिति: यदि आप खराब सड़कों पर या धूल भरे वातावरण में गाड़ी चलाते हैं, तो आपको अधिक बार सर्विसिंग करवाने की आवश्यकता हो सकती है.
इन बातों के अलावा, आपको अपनी कार में इन चीजों पर भी ध्यान देना चाहिए:
इंजन ऑयल: इंजन ऑयल को नियमित रूप से बदलवाते रहें. टायर: टायरों की हवा का दबाव चेक करते रहें और खराब होने पर उन्हें बदल दें. ब्रेक: ब्रेक पैड और ब्रेक फ्लुइड की नियमित रूप से जांच करवाएं. बैटरी: बैटरी की स्थिति की जांच करवाएं और यदि आवश्यक हो तो उसे बदल दें. एयर फिल्टर: एयर फिल्टर को नियमित रूप से बदलवाते रहें.
नियमित रूप से कार की सर्विसिंग करवाने से:
आपकी कार की उम्र बढ़ती है. कार का प्रदर्शन बेहतर रहता है. ईंधन की खपत कम होती है. कार से होने वाले प्रदूषण में कमी होती है. अचानक खराबी होने का खतरा कम होता है. इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी कार की सर्विसिंग नियमित रूप से और अधिकृत सर्विस सेंटर पर करवाएं.
+91 120 4319808|9470846577
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