राजस्थान में पिछले कई सालों से प्रतियोगी परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी के कई मामले सामने आ चुके हैं लेकिन अब बोर्ड की परीक्षाओं में भी नकल माफिया सक्रिय हो चुके हैं. बीते सोमवार को बांसवाड़ा में केंद्रीय विद्यालय में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया, जहां 12वीं कक्षा की छात्रा के स्थान पर परीक्षा देती डमी अभ्यर्थी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. डमी अभ्यर्थी का नाम रंजना है, जो परीक्षार्थी सोनल की जगह परीक्षा देने आई थी लेकिन फ़्लाइंग टीम ने कॉपी जांची तो पूरी पोल पट्टी खुल गई.
ओपन बोर्ड परीक्षा में डमी कैंडिडेट
डीएसपी गोपीचंद मीणा के अनुसार, केंद्रीय विद्यालय में 10वीं और 12वीं कक्षा ओपन बोर्ड परीक्षा केंद्र है जहां सोमवार को 12वीं की परीक्षा चल रही थी तभी केंद्रधीक्षक कौशिक भट्ट परीक्षा की जांच करने पहुंच गए. सागवाडा निवासी परीक्षार्थी सोनल की कॉपी देखी तो उसमें किसी और का नाम लिखा था. इस पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी और मौके पर पुलिस ने आरोपी अरथूना थाना क्षेत्र के कुंवानिया आंजना निवासी 32 वर्षीय रंजना को हिरासत में लिया. इसके बाद आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि संतोष कटारा नाम का युवक परीक्षा देने के लिए उसे लेकर आया था जिसके बाद पुलिस ने उसके साथी को भी गिरफ्तार कर लिया.
कॉपी में मिले रंजना के ऑरिजनल हस्ताक्षर
वहीं, पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया है कि सोनल के स्थान पर रंजना परीक्षा देने के लिए आई पर कॉपी में रंजना ने खुद के हस्ताक्षर किए थे. यही नहीं कॉपी में जहां पर भी परीक्षार्थी की जानकारी भरनी थी उन सभी स्थान पर उसने सोनल के बजाय स्वयं की ही जानकारी भरी थी.
बहन की सहेली को बनाया डमी कैंडिडेट
इस पूरी प्लानिंग को लेकर आरोपी संतोष कटारा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि रंजना सोनी का पति रोशन मेडिकल स्टोर संचालित करता है, रोशन और उसकी दोस्ती है. रोशन ने ही उसको कहा कि उसकी पत्नी का 12वीं का ओपन बोर्ड का पेपर है, तो किसी अन्य को ले जाकर उसकी जगह परीक्षा दिला देना. ऐसे में उसने अपनी बहन की सहेली को इस काम के लिए तैयार कर लिया.
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