राजस्थान 10वीं बोर्ड साइंस की परीक्षा में छात्रों को मनमर्जी से नंबर देने वाली टीचर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, भगवानगंज अजमेर की साइंस टीचर निमिषा रानी ने सही से कॉपी चेक किए बिना ही अपने हिसाब से छात्रों को नंबर दिए थे. यह मामला तब सामने आया जब कुछ मेधावी छात्रों को साइंस में अप्रत्याशित रूप से बेहद कम अंक प्राप्त हुए.
दरअसल, राजस्थान के बारां जिले के तीन छात्रों ने बोर्ड में अपनी आंसरशीट्स को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी. जब बोर्ड ने उनकी आंसरशीट्स डाउनलोड की तो पाया कि छात्रों की कॉपियां जांची ही नहीं गई थीं. बोर्ड ने इस गड़बड़ी को गंभीरता से लेते हुए तुरंत तीनों कॉपियां रीचेक करने का आदेश दिया. नतीजों में खुलासा हुआ कि उन छात्रों की एक भी उत्तर पुस्तिका में किसी भी प्रश्न का मूल्यांकन नहीं किया गया था. इस गलती का खामियाजा छात्र मयंक नागर जैसे होनहार बच्चों को भुगतना पड़ा, जिनके सही उत्तरों पर भी शून्य अंक दिए गए थे और उन्हें केवल 58 अंक मिले.
टीचर निमिषा रानी ने माध्यमिक परीक्षा 2024 में विज्ञान विषय की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किए बिना केवल योग में अंक दिए थे, जोकि बड़ी लापरवाही है. मामला सामने आने के बाद राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देश पर विभागीय जांच शुरू की गई. साथ ही टीचर निमिषा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
निलंबन काल में इनका मुख्यालय राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, भेरूंदा, ब्लॉक भेरूंदा, जिला नागौर रहेगा. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है. बच्चों के भविष्य के साथ किसी भी स्तर पर खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. भविष्य में भी इस तरह की गंभीर लापरवाही करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा.
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