कनाडा- वेटर बनने के लिए लाइन में लगे पढ़े-लिखे भारतीय, 3000 ने किया आवेदन

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कनाडा के एक रेस्तरां में वेटर और सर्वेंट की नौकरी के लिए लंबी लाइन लगी है. दो दिन में 3000 से अधिक लोगों के अप्लाई करने की उम्मीद की जा रही है. यह कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडों के कार्यकाल में बढ़ती बेरोजगारी की ओर इशारा कर रही है. साथ ही उन भारतीयों के लिए चिंताजनक है, जो पढ़ाई या नौकरी पाने कनाडा जाने का सपना देख रहे हैं. क्योंकि वेटर और नौकर की जॉब के लिए लगी लंबी लाइन में ज्यादातर भारतीय हैं.

कनाडा के ब्रैम्पटन में स्थित रेस्तरां 'तंदूरी फ्लैम' ने वेटर और नौकर की जॉब के लिए हायरिंग शुरू की थी. रेस्तरां की एग्जीक्यूटिव मैनेजर इंदीप कौर ने एक मीडिया चैनल को बताया कि हमें लगता है कि दो दिन में 3000 कैंडिडेंट्स इंटरव्यू के लिए आ सकते हैं. क्योंकि पहले दिन भी काफी भीड़ है और लाइन लंबी है. इंटरव्यू के लिए आए लोगों में ज्यादातर भारतीय हैं.

सोशल मीडिया प्लेफॉर्म 'एक्स' (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए एक यूजर रमनदीप सिंह मान ने लिखा, 'ब्रैम्पटन में एक रेस्तरां में कुछ वेटरों को काम पर रखना था, लेकिन अचानक 3000 छात्र (ज्यादातर भारतीय) वहां पहुंच गए. कनाडा में रोजगार की भयावह स्थिति और बढ़ती जीवन-यापन लागत ने कुछ लोगों के लिए जीवन को नरक बना दिया है. सुनहरे सपने लेकर कनाडा जा रहे छात्रों को गंभीर आत्मनिरीक्षण की जरूरत है!!'

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इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के परमिट में 35% कमी
दरअसल, कनाडा लंबे समय से भारतीयों का पसंदीदा स्थान रहा है. क्योंकि वहां छात्र वीजा से वर्क परमिट, स्थायी निवास और फिर नागरिकता मिलना काफी आसान रहा है. हालांकि आने वाले दिनों में कनाडा जाने से पहले भारतीय छात्रों को सोचने की जरूरत है. क्योंकि कनाडा ने हाल ही में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के वीजा में 35% की बड़ी कटौती का फैसला लिया है, जो अगले साल 10 फीसदी और कम हो सकती है.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इसका ऐलान करते हुए कहा है कि अगर 'बुरे लोग' इमिग्रेशन पॉलिसी का गलत इस्तेमाल करते हुए छात्रों का फायदा उठाते हैं तो कनाडा उनके खिलाफ सख्त एक्शन लेगा. उन्होंने कहा कि वह कनाडा में अस्थायी निवासियों की तादाद कम करने के लिए विदेशी कामगारों के लिए नियमों में कड़ाई करेंगे. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए ट्रूडो ने कहा,'हमारी सरकार इस साल इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को 35% कम परमिट देगी. 2025 में यह संख्या 10 प्रतिशत और कम की जाएगी.'

ट्रूडो सरकार के मुताबिक कनाडा 2025 में 4,37,000 स्टडी परमिट जारी करने का प्लान बना रहा है, जो 2024 में जारी होने वाले 4,85,000 परमिट से 10 फीसदी कम है. वहीं पिछले साल (2023 में) 5,09,390 विदेशी स्टूडेंट्स को स्टडी वीजा दिया था. इस साल (2024) पहले सात महीनों में 1,75,920 स्टूडेंट वीजा मंजूर किए गए हैं. 2023 में कनाडा ने 2.26 लाख भारतीय छात्रों को स्टडी वीजा दिया था. तब 3.2 लाख भारतीय छात्र वीजा पर कनाडा में रह रहे थे और गिग वर्कर के रूप में अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहे थे.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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