बिहार में कड़ी सुरक्षा में हुई ये परीक्षा, अभ्यर्थी ने पहले ही सेंटर पर छुपा‍ द‍िया था मोबाइल, पकड़ा गया

4 1 42
Read Time5 Minute, 17 Second

नीट प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच तेज होने के बावजूद पटना के वाणिज्य, कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के सतर्क अधिकारियों ने एक और पेपर लीक की कोशिश को टाल दिया. राज्य आबकारी विभाग में एसआई की भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की जा रही थी, तभी एक अभ्यर्थी को प्रश्नपत्रों की तस्वीरें भेजने का प्रयास करते हुए पकड़ा गया. धिकारियों ने दावा किया कि जैमर ने जब्त स्मार्टफोन पर इंटरनेट एक्सेस को बाधित किया था.

गौरतलब है कि बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के विज्ञापन संख्या-03/2023 के अधीन मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग तथा निगरानी विभाग में अवर निरीक्षक के पद पर नियुक्ति हेतु आज 23 जून को संयुक्त मुख्य लिखित परीक्षा आयोजित की गई. परीक्षा केन्द्र कॉलेज ऑफ कॉमर्स आर्टस एंड साइंस, पटना में था. ये परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण 1280 अभ्यर्थियों के लिए आयोजित की गई थी.

परीक्षा में दो प्रश्न-पत्र थे.प्रथम पाली में सामान्य हिन्दी और द्वितीय पाली में सामान्य अध्ययन की परीक्षा थी. प्रथम पाली की परीक्षा 10:00 बजे पूर्वाह्न से 12:00 बजे और द्वितीय पाली की परीक्षा 14:30 बजे से 16:30 बजे तक ली गई. भ्यर्थियों की उपस्थिति लगभग 95 प्रतिशत रही.वर्तमान माहौल को देखते हुए स्वच्छ एवं कदाचार मुक्त परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए आयोग की ओर से कई ऐहतियाती कदम उठाए गए और परीक्षा की सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी रखी गई. परीक्षा केन्द्र पर जैमर लगाये गये थे. सीसीटीवी, सर्विलांस और हॉटलाईन फोन की व्यवस्था की गई थी, जिससे जैमर ऑन रहने के बावजूद आयोग में बने कंट्रोल रूम से परीक्षा केन्द्र पर सम्पर्क किया जा सके.

Advertisement

अभ्यर्थियों के प्रवेश के समय गेट पर फोटोग्राफी के अतिरिक्त परीक्षा के समय बायोमेट्रिक फिंगर प्रिंट, फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी कराई गई. AI का प्रयोग करते हुए गेट पर लिए गए फोटोग्राफ से अभ्यर्थियों का मिलान किया गया जिससे अभ्यर्थियों के स्थान पर अन्य व्यक्ति परीक्षा में शामिल न हो सके.

पहले ही छुपा दिया था मोबाइल

पहली पाली की परीक्षा में एक अभ्यर्थी स्वामी विवेकानन्द कुमार यादव के पास मोबाइल फोन पकड़ा गया जिससे वे प्रश्न-पत्र को फोटो खींचकर बाहर भेजने का प्रयास कर रहे थे, किन्तु जैमर लगे रहने के कारण वे प्रश्न-पत्र बाहर भेजने और फोन के माध्यम से कदाचार (Cheating) करने में असफल रहे. उके विरुद्ध प्राथमिकी अंकित की गई है और उन्हें पुलिस थाना को सुपुर्द कर दिया गया है. पूछताछ में इस अभ्यर्थी ने बताया कि उन्होने दिनांक-21 जून को ही कॉलेज परिसर में इस उ‌द्देश्य से अपना फोन छुपा दिया था. आज प्रवेश के समय तलाशी देने के बाद मौका पाकर उन्होंने अपना फोन ले लिया क्योंकि उनको मालूम था कि गेट पर तलाशीकर्ता द्वारा HHMD से जांच की जा रही है.दोनों पाली की परीक्षा कड़ी निगरानी के बीच स्वच्छ और कदाचार मुक्त तथा शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुई.

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

DUSU Election: छात्राओं के लिए कई वादे, फिर भी वोटिंग कम... देखें इन 6 गर्ल्स कॉलेजों का डेटा

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now