देश के जाने-माने कोचिंग FIITJEE के सेंटर अचनाक बंद होने से पेरेंट्स को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सता रही है. लाखों की फीस जमा करने के बावजूद कोचिंग सेंटर के बाहर खड़े स्टूडेंट्स और पेरेंट्स न्याय की गुहार लगा रहे हैं. यह भी तब जब देश के सबसे टफ एग्जाम में से एक JEE Mains की परीक्षाएं चल रही हैं.
कोचिंग सेंटर की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार देशभर में FIITJEE के 73 सेंटर हैं. दिल्ली-एनसीआर में FIITJEE के कई केंद्र अचानक बंद हो गए हैं. छात्रों और उनके माता-पिता के अनुसार, इन केंद्रों पर कई महीनों से शिक्षकों को सैलरी नहीं दी गई, जिस वजह से कई शिक्षक नौकरी छोड़कर चले गए हैं. नोएडा और गाजियाबाद स्थित FIITJEE के दो केंद्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. हालांकि, इस मामले पर FIITJEE को ईमेल के जरिए कॉन्टेक्ट करने की कोशिश की, लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं मिला.
लाखों की फीस दे दी, अब अचानक सेंटर बंद
FIITJEE के केंद्रों का अचानक बंद होना उन छात्रों और माता-पिता के लिए बड़ा झटका है, जिन्होंने लाखों रुपये फीस के तौर पर जमा किए थे. संध्या सिंह, जिनका बेटा इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए FIITJEE के लक्ष्मी नगर केंद्र में कोचिंग ले रहा था, ने बताया कि उनके परिवार ने दो साल के कोर्स के लिए 5.4 लाख रुपये फीस जमा की थी. उन्होंने कहा, "हमने दो साल के कोर्स के लिए 5.4 लाख रुपये की एडवांस फीस जमा की थी क्योंकि उन्होंने हमें कम किस्तों में भुगतान करने पर डिस्काउंट देने का भरोसा दिया था. यह केंद्र एक हफ्ते से बिना किसी सूचना के बंद है. अब सेंटर हेड का फोन बंद है और कोई भी हमारे कॉल का जवाब नहीं दे रहा है." उन्होंने बताया कि हमने अपने बेटे के शिक्षकों से कॉन्टेक्ट किया, तो पता चला कि कई शिक्षक वेतन न मिलने की वजह से इस्तीफा देकर किसी अन्य कोचिंग संस्थान में शामिल हो गए हैं.
दूसरी ओर, एक अन्य माता-पिता ने बताया कि उन्होंने अपने बच्चे के चार साल के कोर्स के लिए 3.4 लाख रुपये का भुगतान किया था. नाम न बताने की शर्त पर अभिभावक ने कहा, "मैंने अपने बच्चे के लिए चार वर्षीय कोर्स के लिए 3.40 लाख रुपये फीस जमा की है, जो कक्षा 11 में है. सेंटर अचानक बंद हो गया. कुछ दिन पहले, मेरे बेटे ने बताया कि कई शिक्षक छोड़कर दूसरे कोचिंग संस्थान में शामिल हो गए हैं. पहले तो हमने इस बारे में ज़्यादा नहीं सोचा, लेकिन बाद में हमें अहसास हुआ कि स्टाफ की कमी की वजह से सेंटर बंद हो गया होगा. अब उस कोचिंग संस्थान ने हमसे संपर्क किया है, जिसमें शिक्षक शामिल हुए हैं और हमें इस पर विचार करना पड़ सकता है, क्योंकि कोई दूसरा विकल्प नहीं है, हमारे बच्चे का भविष्य दांव पर है." उन्होंने कहा कि प्रभावित अभिभावकों ने इस मामले की ताजा जानकारी के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है.
FIITJEE कोचिंग टीचर का आरोप
FIITJEE के एक पूर्व शिक्षक ने बताया कि उन्होंने अनियमित वेतन भुगतान के कारण नौकरी छोड़ दी. उन्होंने कहा, "पिछले एक साल से वेतन रुक-रुक कर दिया जा रहा था और अब भी पांच महीने से सैलरी नहीं मिली है."
FIITJEE के मालिक समेत 12 लोगों पर मामला दर्ज
पुलिस ने शनिवार को बताया कि दिल्ली-एनसीआर में इसके कई केंद्रों को बंद करने के बाद कोचिंग संस्थान के छात्रों के अभिभावकों की शिकायत पर FIITJEE के मालिक और 11 अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. नोएडा पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि FIITJEE के संस्थापक डीके गोयल, मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) राजीव बब्बर, मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) मनीष आनंद और ग्रेटर नोएडा शाखा के प्रमुख रमेश बटलेश का नाम एफआईआर में दर्ज किया गया है.
नोएडा सेक्टर 62 के केंद्र पर आपराधिक साजिश और विश्वासघात का मामला दर्ज हुआ. वहीं गाजियाबाद, राज नगर के FIITJEE केंद्र के खिलाफ एफआईआर में इसे "अवैध रूप से संचालित" बताया गया है. जांच में पता चला कि यह केंद्र उत्तर प्रदेश कोचिंग रेगुलेशन अधिनियम के तहत पंजीकृत नहीं है. नोएडा के डीसीपी राम बदन सिंह ने कहा, "सेक्टर 62 का FIITJEE केंद्र बुधवार को बंद पाया गया. छात्रों और माता-पिता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की जांच जारी है." मिली जानकारी के अनुसार, अभिभावकों का एक ग्रुप आज शाम नोएडा के सेक्टर 62 में FIITJEE मैनेजमेंट के सदस्यों से मिलने पहुंचने वाला है.
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