स्कूल से निकाला तो 10वीं के छात्र ने दे दी जान! पर‍िजन बोले- बैग में सिगरेट मिली थी, दादा-दादी ने प्रबंधन से माफी तक मांगी थी फिर भी...

4 1 6
Read Time5 Minute, 17 Second

कोटा में कल रात दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां रहने वाले 10वीं के छात्र भावेश नेघर की तीसरी मंजिल (छत) से कूदकर अपनी जान दे दी.परिजनों का आरोप है कि स्कूल से निकाले जाने के कारण भावेश डिप्रेशन में आ गया था, जिससे उसने यह आत्मघातीकदम उठाया.परिजनों के मुताबिक, किसी सहपाठी ने उसके बैग में सिगरेट रख दी थी, जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने उसे निष्कासित कर दिया.परिजनों ने स्कूल से कई बार माफी मांगी, उसे वापस लेने का अनुरोध किया, लेकिन प्रबंधन तैयार नहीं हुआ.भावेश खेलकूद में भी अच्छा था, लेकिन उसे खेल में भी हिस्सा लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया था.

जानकारी के मुताबि‍क भावेशतलवंडी स्थित डीएवी स्कूल का छात्र था.बुधवार रात अपने तीन मंजिला मकान की छत से कूदकर उसने अपनी जान दे दी.परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.गुरुवार सुबह उसका पोस्टमार्टम किया गया है. इस दौरान परिजनों ने विरोध जताते हुए मांग की कि स्कूल प्रबंधन आकर बातचीत करे.पुलिस ने स्थिति को संभाला और शव को परिजनों को सौंप दिया.छात्र के दादा, रिटायर्ड एएसआई राधेश्यामने प्रिंसिपल और क्लास टीचर के खिलाफ दुर्व्यवहार की शिकायत दर्ज कराई है.

दादा-दादी ने स्कूल के सामने हाथ जोड़े फिर भी छात्र को नहीं मिली एंट्री

मृतक छात्र भावेश के पिता रविंद्र वर्मा ने बताया कि वो जोधपुर रूरल में सीएचसी में असिस्टेंट रेडियोग्राफर हैं.भावेश के साथ उसके दादा-दादी बुधवार को फिर से स्कूल पहुंचे.दादी ने स्कूल प्रिंसिपल के सामने हाथ जोड़े, भावेश और दादा-दादी ने माफी मांगी, दोबारा किसी तरह की गलती नहीं होने की बात कहीलेकिनस्कूल मैनेजमेंट ने बच्चे को एंट्री देने से इनकार कर दिया था.

Advertisement

इसके बाद भावेश और दादा-दादी घर आ गए. रात करीब 8 बजे भावेश मकान की छत पर गया और नीचे कूद गया.हमने उसे तलाश किया तो वह कहीं नहीं मिला, फिर छत पर जाकर पीछे की तरफ देखा तो वह नीचे गिरा हुआ नजर आया.कराटे में इतने मेडल लाता था मेरा बेटा, इस स्कूल ने उसे इतनेमेडल दिएफिर आज मेरा बेटा गलत कैसे हो गया.

घरवालों की शिकायत पर जांच करेगी पुलिस

आरकेपुरम थाना अधिकारी अजीत बागडोलिया ने बताया कि कोटा के तलवंडी स्थित DAV स्कूल में पढ़ने वाले 10वीं क्लास के छात्र भावेश ने तीसरी मंजिल मकान की छत से कूद कर आत्महत्या कर ली.परिजन का आरोप है कि स्कूल मैनेजमेंट ने उसे सस्पेंड कर दिया था.ऐसे में वह डिप्रेशन में चला गया था.गुरुवार सुबह पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा दिया गया है.परिजन की शिकायत के आधार पर कार्रवाई करेंगे. सुबह शव को लेकर परिजन ने मॉर्च्यूरी के बाहर हंगामा कर दिया था.उन्होंने बॉडी का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था.कहा कि पहले स्कूल प्रबंधन को मौके पर बुलाया जाए और उन पर कार्रवाई हो.हालांकि, बाद में समझाइश के बाद घरवाले अंतिम संस्कार को राजी हो गए.

भावेश के दादा ने कही ये बात

दादा राधाकिशन ने बताया कि इस बीच एग्जाम भी शुरू हो गए. घरवालों ने स्कूल प्रबंधन के आगे मिन्नतें कींतब जाकर उसे एग्जाम में बैठने दियालेकिन उसके बाद फिर स्कूल में एंट्री नहीं दी गई.दोस्त ने स्कूल बैग में रख दी थी सिगरेट, भावेश के दादा ने बताया 1 सितंबर को मेरे पोते को स्कूल से निकाल दिया गया था.

Advertisement

स्कूल ने जड़े इतने आरोप

डीएवी स्कूल की प्रिंसिपलडॉ. पूनम सिंह ने कहा कि यहदुखद घटना हुई है.10वीं का छात्र भावेश वर्मा रात में अपने घर की छत से गिर गया.घटना घर पर ही हुई थी.पुलिस जांच कर रही है.परिवार के साथ हमारी हृदय से संवेदना है.हमें बुधवार रात को मैसेज आया कि बच्चा छत से गिर गया है, घरवालों से जब हमने पूछा कि यह सब कैसे हुआ तो उन्होंने कहा हमें भी नहीं पता. हम तो टीवी देख रहे थे.बच्चे का कहीं अफेयर चल रहा था, बच्चा एग्जाम में चीटिंग करते हुए भी पकड़ा गया था, बच्चा स्मोक भी करता था, इस तरह के उस पर आरोप थे.

जब यह सब बातें हमने बच्चे के घरवालों को बताया तो घरवालों ने स्कूल में आकर माफी भी मांगी (बच्चे के पैरंट्स केमाफी लेटर भी है जो लिखि‍त में दिए हैं.) जो बच्चे की क्लास टीचर के पास है. घटना कैसे हुई? घरवालों को भी नहीं पता उनकी छत पर अंधेरा था.हमने बच्चे को कभी भी स्कूल से निष्कासित नहीं किया. जब बच्चा स्कूल में स्मोकिंग करते हुए पकड़ा गया तब हमने बच्चे के दादाजी से बात की, और उन्होंने हमें रिक्वेस्ट किया कि इसके बाद बच्चा गलती नहीं करेगा.बच्चे के दादा ने कहा कि हमारा बच्चा हमारे आउट ऑफ कंट्रोल चला गया है, हम इस पर कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं, बच्चे के पापा जोधपुर में रहते हैं.

Advertisement

उसके बाद भी जब बच्चा एग्जाम में आया तो चीटिंग करते हुए पकड़ा गया, सामने वाले बच्चे का कॉपीछीनकर चीटिंग की. उसके बावजूद भी हमने बच्चे को निष्कासित नहीं किया था और उसके बाद हमें मैसेज मिला कि इस तरह की घटना हुई है.

Live TV

TOPICS:

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

बहराइच हिंसा: 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए पांचों आरोपी, कोर्ट की जगह जज के आवास पर हुई पेशी

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now