ABVP ने शुरू की DUSU चुनाव की तैयारियां, गठित की इलेक्शन कमेटी

4 1 112
Read Time5 Minute, 17 Second

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने रविवार को आगामी दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनावों के लिए अपनी चुनाव समिति की घोषणा कर दी है. एक आधिकारिक बयान में इसकी जानकारी दी गई है. इसमें कहा गया है कि समिति उम्मीदवारों के चयन सहित चुनाव संबंधी फैसले लेगी.

बयान में कहा गया है कि एबीवीपी दिल्ली के अध्यक्ष तपन बिहारी को डीयूएसयू चुनाव समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है और समिति के गठन के साथ ही संभावित उम्मीदवारों के नामों पर विचार-विमर्श शुरू हो गया है.

संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा शुरू

बिहारी ने कहा, 'चुनाव समिति ने डीयूएसयू चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा शुरू कर दी है. पिछले वर्षों की तरह, इस साल के 'DUSU इन कैंपस' अभियान को छात्रों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है.' उन्होंने कहा कि एबीवीपी ने वर्षों से लगातार छात्रों का प्रतिनिधित्व किया है और उनकी चिंताओं और अधिकारों के लिए उनके साथ मजबूती से खड़ा है.

एबीवीपी दिल्ली के सचिव हर्ष अत्री ने कहा, 'विश्वविद्यालय परिसर में एबीवीपी इकाइयां सक्रिय रूप से छात्रों के साथ जुड़ रही हैं, निवर्तमान एबीवीपी के नेतृत्व वाले DUSU के काम को साझा कर रही हैं और आगामी घोषणापत्र के लिए उनकी प्रतिक्रिया और सुझाव मांग रही हैं.'

Advertisement

2023 में ABVP ने दर्ज की थी जीत

पिछले साल दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने चार में से तीन सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि नेशनल स्टूडेंट्स ऑफ इंडिया (NSUI) ने केवल एक वाइस प्रेसिडेंट की सीट पर जीत हासिल की थी.

एबीवीपी की ओर से अध्यक्ष पद पर तुषार डेढा ने जीत दर्ज की थी. वहीं सेक्रेटरी पद पर अपराजिता ने और ज्वाइंट सेक्रेटरी पद पर सचिन बैसला ने जीत दर्ज की थी. NSUI की तरफ से अभि दहिया ने ABVP के सुशांत धनखड़ को कड़ी टक्कर के बाद हरा दिया था.

Live TV

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Explainer: वन नेशन वन इलेक्‍शन को हकीकत में बदलना नहीं आसान, फंसा है पेंच!

वन नेशन वन इलेक्‍शन प्रस्‍ताव को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद माना जा रहा है कि 2029 के लोकसभा चुनावों तक इसको अमलीजामा पहनाया जा सकता है. इसके तहत हम लोग फिर वैसे ही व्‍यवस्‍था में पहुंच जाएंगे जब देश में एक साथ लोकसभा और राज्‍य विधानसभाओं के च

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now