10 साल में 12 कत्ल, रहस्यमयी रसायन और एक अजीब मौत... एक अनोखे कातिल की चौंकाने वाली कहानी!

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वो कल तक पुलिस के लिए हीरो था. उसकी कहानी सुन कर लोग तारीफ करते नहीं थक रहे थे. मीडिया तक से भरपूर शाबाशी मिली. जिस भाई के कातिल को पुलिस तक नहीं पकड़ पाई, उसे रंगे हाथों पकड़वाने के लिए वो छह महीने तक एक सीरियल किलर का ड्राइवर बन कर उसके साथ रहा. उसकी वजह से 12 लोगों का कत्ल करने वाला सीरियल किलर पुलिस के शिकंजे में आ गया. लेकिन कहानी अब पलट गई है. खुलासा हुआ है कि सीरियल किलर को पकड़वाने वाला शख्स खुद कातिल है. उसने सीरियल किलर के साथ मिल कर तीन-तीन कत्ल किए है. एक भाई के कातिल को पकड़वाने के चक्कर वो खुद कातिल बन बैठा था. पुलिस को ये भी शक है कि पुलिस हिरासत में मृत पाए गए सीरियल किलर की मौत की साजिश के पीछे भी इसी का हाथ तो नहीं है?

जी हां, हम गुजरात के राजकोट में पुलिस हिरासत में रस्यमयी परिस्थितियों में मृत पाए गए तांत्रिक नवल सिंह और उसे पकड़वाने वाले जिगर गोहिल की बात कर रहे हैं. जिगर इस वक्त गुजरात पुलिस की हिरासत में है. तांत्रिक नवल सिंह नगमा नामक एक महिला से प्यार करता था. नगमा उससे शादी की जिद करने लगी, तो उसने पीछा छुड़ाने के लिए उसे मार डाला. फिर लाश के टुकड़े करके उसे दफन कर दिया. अब जब नगमा के मां-बाप और भाई ने गुम नगमा की तलाश शुरू की, तो तांत्रिक सीरियल किलर डर गया. उसे लगा कि यदि उसके परिजन थाने गए, तो पुलिस उस तक पहुंच सकती है.

लिहाजा तंत्र विद्या के नाम पर नगमा को खोज निकालने के दावे के साथ उसने उसके मां-बाप और भाई को एक सुनसान दरगाह पर बुलाया. फिर जानलेवा रसायन प्रसाद के नाम पर पिला कर तीनों को मार डाला. उनके लाश के पास एक सुसाइड नोट रख दिया. इस ट्रिपल मर्डर में सीरियल किलर का साथ उस जिगर गोहिल ने भी दिया, जो खुद उसे रंगे हाथ सबूतों के साथ पकड़ना चाहता था. अपने मकसद में वो कामयाब भी रहा. पुलिस ने एक दिसंबर को नवल सिंह को गिरफ्तार किया था. उसे पुलिस हिरासत में रखा गया था. 8 दिसंबर को अचानक लॉकअप में उसकी तबियत बिगड़ी और मौत हो गई.

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नवल सिंह के शव का जब पोस्टमार्टम हुआ तो पता चला कि उसकी मौत की वजह हार्ट अटैक है. अब कमाल ये है कि अहमदाबाद या गुजरात के इस सबसे ताजा सीरियल किलर के हाथों जिन 12 लोगों की मौत हुई उन सब की मौत की वजह भी हार्ट अटैक ही था. उस पर कमाल ये कि आखिर में खुद इस सीरियल किलर की मौत भी हार्ट अटैक से हुई. नवल एक तांत्रिक था. वो तांत्रिक जो लोगों की लालच और कमजोरियों का फायदा उठा कर ना सिर्फ उन्हें लूटता, ठगता बल्कि आखिर में उन्हें मार डालता. अहमदाबाद के सुरेंद्रनगर के वधवान इलाके में तंत्र-मंत्र और काले जादू किया करता था. उसको तांत्रिक बनने का आइडिया एक तांत्रिक को ही देखकर आया. बाकी का रास्ता उसे टीवी पर आने वाले एक क्राइम शो ने दिखा दिया था.

Gujarat serial killer

उसे पता था बहुत से लोग लालच में पैसे या सोना डबल कराने के लिए तांत्रिक और तंत्र-मंत्र का सहारा लेते हैं. बस उसने इंसानों की इसी कमजोर कड़ी का फायदा उठा कर एक आम इंसान से तांत्रिक का चोला पहन लिया. अधविश्वास की दुकान चमक उठी. पर तभी तीन साल पहले एक हादसा होता है. अगस्त 2021 में अहमदाबाद में एक सड़क हादसे में एक नौजवान की मौत हो जाती है. मरने वाले का नाम गोहिल था. पुलिस ने इसे एक आम रोड एक्सिडेंट का केस बनाकर फाइल बंद कर दी. लेकिन गोहिल के भाई जिगर को शक था कि मामला रोड एक्सिडेंट का नहीं बल्कि मर्डर का है. भाई की मौत की फाइल खुलवाने के लिए वो महीनों थाने के चक्कर काटता रहा. पुलिस ने उसकी एक ना सुनी. फिर उसने तय किया कि वो खुद भाई की मौत का सच का पता लगाएगा.

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उसने जब छानबीन शुरू की तभी उसे पता चला कि उसका भाई गोहिल मौत से करीब महीने भर पहले से एक तांत्रिक के संपर्क में था. वो तांत्रिक कोई और नहीं, यही नवल था. अब जिगर नवल के करीब जाने की कोशिश करने लगा. उसे पता चला की उसके पास एक कार है. जिसे वो अक्सर रात में टैक्सी के तौर पर चलवाता है. बस यही से जिगर को एक आइडिया आया. वो नवल के पास एक पार्ट टाइम कैब ड्राइवर के तौर पर पहुंचा. इत्तेफाक से नवल को भी ड्राइवर की जरुरत थी. उसने बिना सच जाने जिगर को बतौर ड्राइवर अपने पास रख लिया. अब जिगर दोहरी जिंदगी जी रहा था.

Gujarat serial killer

दिन में वो कुछ और होता और रात को नवल का एक मामूली ड्राइवर. धीरे-धीरे उसे करीब से नवल को जानने का मौका मिला. उसे पता चला कि तंत्र-मंत्र और जादू टोना करने के अलावा उसके कई रूप हैं. वो टैक्सी ऑपरेटर भी है. यूट्यूबर भी है. कमेटी चलाने वाला भी, और ठग भी. पूरे सात महीने तक जिगर ड्राइवर बनकर नवल के करीब रहा. अब वो नवल का इतना भरोसा जीत चुका था कि वो अपने राज भी उसे बताने लगा. फिर एक दिसंबर की रात आती है. उस रात नवल पहली बार जिगर को एक राज बताता है. वो कहता है कि अभिजीत राजपूत नामक बिजनेसमैन पैसे डबल कराने आने वाला है.

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उसने जिगर को लालच देते हुए कहा कि कार की स्टेपनी में एक बोतल में उसने सोडियम नाइट्रेट नाम का रसायन छुपाया हुआ है. इसके साथ ही शराब की एक बोतल भी है. नवल का प्लान ये था कि राजपूत जब उसके पास डबल कराने के लिए पैसे लेकर आएगा तब वो उसे शराब में मिलाकर वही रसायन पिला देगा. इससे 15 मिनट के अंदर-अंदर उसकी मौत हो जाएगी. जब जिगर ने इस पर हैरानी जताई तब नवल ने खुलासा किया कि इससे पहले भी वो की लोगों को इसी रसायन को पिलाकर मार चुका है. कभी किसी को शक भी नहीं हुआ. मरने वालों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक आती है.

जिगर ने जब ये सच सुना तो यकीन हो गया कि उसके भाई को भी यही रसायन पिलाकर उसने उसे गाड़ी से कुचल दिया. क्योंकि उसके भाई की मौत कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी किसी रसायन का जिक्र तो था पर पुलिस ने उसपर ध्यान ही नहीं दिया. अब सच जानने के बाद जिगर ना सिर्फ आने वाले उस बिजनेसमैन की जान बचाना चाहता था बल्कि अपने भाई के कातिल को गिरफ्तार भी करवाना चाहता था. इसी के बाद उसने अपने एक जानकार पुलिस वाले को मैसेज कर ये सारी जानकारी दी. अपना लोकेशन भी बताया. कुछ ही देर में पुलिस मौके पर थी. नवल को गिरफ्तार कर लिया जाता है.

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Gujarat serial killer

कार की तलाशी लेने पर स्टेपनी के अंदर से वो रसायन भी बरामद हो जाता है. अब पुलिस नवल से पूछताछ शुरू करती है. पुलिस और जिगर को अब तक यही लग रहा था कि उन्होंने एक शख्स का कत्ल होने से बचा लिया. एक कत्ल के गुनहगार को पकड़ लिया. लेकिन जैसे ही नवल ने अपना मुंह खोलना शुरू किया. पुलिस दंग रह गई. पुलिस ने एक आम कातिल को नहीं. बल्कि गुजरात के हाल के वक्त के सबसे बड़े सीरियल किलर को गिरफ्तार किया था. एक ऐसा सीरियल किलर जो पिछले 10 सालों में 12 कत्ल कर चुका था. हैरान करने वाली बात ये थी कि उसने पहले तीन कत्ल अपने ही घर के अंदर किए थे.

पहला कत्ल दादी का, दूसरा कत्ल मां का और तीसरा कत्ल चाचा का किया था. दरअसल 10 साल पहले जब नवल तांत्रिकों के चक्कर में पड़ा और घर पर ही तंत्र-मंत्र करना शुरू कर दिया तो उसकी मां और दादी उसके खिलाफ हो गए. इसी बात को लेकर चाचा से भी उसका झगड़ा होता. लेकिन नवल को पैसे कमाने थे. इसी दौरान उसे सोडियम नाइट्रेन नाम के रसायन के बारे में पता चला. असल में उसका एक दोस्त ड्राई क्लीनिंग की एक दुकान में काम करता था. इस रसायन का इस्तेमाल ड्राई क्लीनिंग की दुकान में भी होता है. वो उसी से ये रसायन लाता. इसे किसी चीज में मिलाकर अपने शिकार को पिला देता.

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पुलिस के मुताबिक नवल एक और ऐसे तांत्रिक को जानता था जो इसी रसायन का इस्तेमाल किया करता था. पुलिस हिरासत में मौत से पहले सीरियल किलर खुद अपने मुंह से 12 कत्ल की कहानी सुना चुका था. क्या पता गिनती और भी आगे जा सकती थी. लेकिन तफ्तीश पूरी होने से पहले ही पुलिस कस्टडी में नवल की मौत कई सवाल भी उठाती है. क्या नवल की मौत कुदरती थी. क्या उसे दिल का दौरा पड़ा या फिर वो थर्ड डिग्री का शिकार हुआ. या कहीं ऐसा तो नहीं कि भेद खुल जाने के डर से पुलिस वालों की नजरों से बचाते हुए उसने अपना अंजाम भी खुद ही तय कर लिया. अपनी मौत के लिए भी उसी रसायन को चुना.

जाहिर है इन सवालों के जवाब तभी सामने आएंगे. जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने होगी. फिलहाल सीरियल किलर के केस की जांच के साथ साथ अब पुलिस कस्टडी में हुई उसकी मौत की जांच भी शुरु हो चुकी है. लेकिन सीरियल किलर की मौत की जांच के साथ-साथ अब खुद गोहिल भी जांच के घेरे में है. क्या गोहिल ने सीरियल किलर के साथ मिल कर सिर्फ तीन कत्ल किए या गिनती ज्यादा है, ये आगे की जांच के बाद ही पता चल पाएगा. लेकिन जिस तरह से गोहिल का ये नया चेहरा सामने आया है उसने हरेक को चौंका कर रख दिया है.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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