बाबा सिद्दीकी हत्याकांड- जांच में सहयोग नहीं कर रहा शूटर शिवकुमार, 23 नवंबर तक बढ़ी पुलिस हिरासत

4 1 4
Read Time5 Minute, 17 Second

एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में गिरफ्तार मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम की पुलिस हिरासत 23 नवंबर तक बढ़ा दी गई है. मुंबई की एक अदालत में मंगलवार को पुलिस ने उसकी रिमांड बढ़ाने की मांग की थी. पुलिस का कहना है कि वो जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. इसके साथ ही वारदात में इस्तेमाल किया गया हथियार अभी तक बरामद नहीं हुआ है. पुलिस की दलील सुनने के बाद अदालत ने शूटर की हिरासत बढ़ा दी है.

मुंबई क्राइम ब्रांच ने यूपी एसटीएफ के साथ संयुक्त अभियान में 20 वर्षीय शूटर शिवकुमार सहित पांच लोगों को 10 नवंबर को उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिसे से गिरफ्तार किया था. इनमें अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेंद्र प्रताप सिंह का नाम शामिल है, जिनको शिवकुमार गौतम को अपने वहां शरण देने और नेपाल भागने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

सभी आरोपियों को मंगलवार को उनकी पिछली रिमांड की समाप्ति पर अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विनोद पाटिल के समक्ष पेश किया गया. अदालत ने शिवकुमार गौतम की पुलिस हिरासत 23 नवंबर तक बढ़ा दी, जबकि अन्य आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर को बांद्रा ईस्ट में तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

Advertisement

शूटर शिवकुमार गौतम बहराइच जिले के कैसरगंज थाना क्षेत्र के गंडारा गांव का निवासी है. वो कुछ साल पहले मजदूरी करने महाराष्ट्र गया था. इस साल अप्रैल में उसने आरोपी धर्मराज कश्यप को काम करने के लिए बुलाया था. पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी शिवकुमार ने कई बड़े खुलासे किए हैं. उसने बताया कि वो और धर्मराज कश्यप एक ही गांव के रहने वाले हैं. वो पुणे में स्क्रैप का काम करता था. शुभम लोनकर और उसकी दुकान आसपास थी.

शुभम लंबे समय से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम कर रहा है. शुभम ने स्नैप चैट के जरिए उसके भाई अनमोल बिश्नोई से बात कराई थी. उसने बाबा सिद्दीकी की हत्या के एवज में 10 लाख के साथ हर महीने कुछ रुपए देने का वादा किया था. बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए हथियार, मोबाइल फोन और सिम शुभम लोनकर और मो. यासीन अख्तर ने दिया था. वारदात के बाद बातचीत के लिए तीन शूटरों को नए सिम और मोबाइल दिए गए थे.

उन तीनों ने कई दिनों तक मुंबई में बाबा की रेकी करने के बाद 12 अक्टूबर की रात उनकी हत्या कर दी. त्योहार होने के कारण पुलिस और भीड़ थी, जिसके कारण दो शूटर पकड़ लिए गए. लेकिन शिवकुमार वहां से फरार हो गया. उसने अपना फोन रास्ते में फेंक दिया और पुणे चला गया. वहां से झांसी और लखनऊ के रास्ते बहराइच पहुंच गया था. रास्ते में वो लोगों के फोन मांगकर अपने साथियों और हैंडलर से बात करता रहा था.

Live TV

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Rajasthan News: एसआई भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों की पोस्टिंग पर हाई कोर्ट की रोक, 50 से ज्यादा ट्रेनी SI हो चुके गिरफ्तार

स्वर्णिम भारत न्यूज़ संवाददाता, जयपुर। पेपर लीक को लेकर विवादों में आई पुलिस उप निरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 में चयनित अभ्यर्थियों की पदस्थापना पर राजस्थान उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है। न्यायाधीश समीर जैन की एकलपीठ ने प्रशिक्षु एसआई की पासिंग

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now